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जिला पंचायत अध्यक्ष ने किया विधायक प्रतिनिधि का अपमान



पारिवारिक विवाद में मृत किसान की मौत को मुद्दा बनाने से रोका तो जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा बाहर निकालो इसे
उज्जैन। शनिवार को जिला पंचायत सभागृह में जिला पंचायत की बैठक में किसान की मौत पर हंगामा हो गया। जिला पंचायत अध्यक्ष महेश परमार ने जहरीला पदार्थ खाकर मरे किसान की मौत का मुद्दा बनाकर भाजपा को घेरना चाहा लेकिन बैठक में ही मौजूद विधायक प्रतिनिधि ने किसान की मौत पारिवारिक कलह में होने की बात कह दी। गुस्साए पंचायत अध्यक्ष ने विधायक प्रतिनिधि को अपमानित करते हुए बाहर निकलने तक कह दिया।

विधायक प्रतिनिधि शंकरलाल अहिरवार के अनुसार जिला पंचायत अध्यक्ष महेश परमार अधिकारियों पर दबाव बनाकर उन्हें धमका रहे थे। परमार का कहना था कि भाजपा सरकार के इशारे पर अधिकारी किसानों को प्रताड़ित कर रहे हैं जिसके कारण महिदपुर रोड़ पर चिबडी में किसान ने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। इस पर आपत्ति लेते हुए विधायक प्रतिनिधि शंकरलाल अहिरवार ने कहा कि जिस टीकमसिंह की मौत बिजली बिल के कारण बताई जा रही है दरअसल वह पारिवारिक कलह के कारण मरा है। टीकमसिंह प्रतिदिन शराब पीता था। मौत वाली रात को भी खेत पर उसके साथियों के साथ वह शराब पीने बैठा था। मछली बनाने के दौरान मसाला कम पड़ने पर वह घर पर पत्नी से लेने गया जिस पर उसका विवाद हो गया। विवाद बड़ा तो वह घर से चला गया और खेत में जहरीला पदार्थ पी लिया जिससे उसकी मौत हो गई। अहिरवार के बयान पर जिला पंचायत अध्यक्ष परमार गुस्साए और कहा आपको बीच में बोलने का हक किसने दिया, आप बाहर निकल जाओ यहां से। अहिरवार ने कहा कि मैं विधायक बहादुरसिंह चौहान का प्रतिनिधि हूं और यह हमारे क्षेत्र का मामला है। थाने में मर्ग कायम है और गांव के लोग भी जानते हैं कि टीकमसिंह पारिवारिक कलह में मरा है आप राजनीतिक फायदे के लिए उसकी मौत को अधिकारियों की प्रताड़ना बता रहे हैं। विवाद इतना बड़ा कि अहिरवार के समर्थन में भाजपा सदस्य बैठक छोड़कर बाहर जाने लगे। अधिकारियों द्वारा बातचीत के बाद वे वापस लौटे।

परमार ने कहा विधायक से बात हो गई, विधायक बोले परमार का फोन नहीं आया
गुस्साए परमार ने अधिकारियों से कहा इसको बाहर निकालो और कान पर फोन लगाकर कहा कि मेरी विधायक से बात हो गई है यह प्रतिनिधि नहीं है इसे बाहर निकाला। जिला पंचायत सदस्य मानसिंह ने विधायक बहादुरसिंह चौहान को फोन लगाया और उनसे पूछा कि क्या अहिरवार आपका प्रतिनिधि नहीं है तो उन्होंने कहा कि वह मेरा ही प्रतिनिधि है। प्रकरण बताने पर विधायक ने कहा कि परमार झूठ बोल रहे हैं उनकी बात ही नहीं हुई। जब यह मामला सामने आया तो परमार बैठक से बाहर निकल गए।

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