शरीयते कानून में जीवन गुजारे समाजजन- सैफुल्ला रेहमानी
उज्जैन। अपना जीवन शरीयत के कानून के तहत गुजारे। क्योंकि दुनिया व आखिरत की कामयाबी दीनी शराईत कुरआन व हदिस के जरिये जिंदगी गुजारने में है। मुसलमानों को अपने मसाईल के हल उलामा ए किराम से जाकर हल करवाने चाहिये।
उक्त अपील हैदराबाद से आए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सेक्रेटरी मौलाना खालीद सैफुल्ला रेहमानी ने तोपखाना में आयोजित आम जलसे में अपने संबोधन में की। उन्होंने बताया कि पाकीजगी (स्वच्छता), वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण और जल प्रदूषण को दूर करने के लिए इस्लाम में जो तरीका बतलाया है उसके द्वारा दूर करा जा सकता है। जिससे समाज भी बेहतर बनेगा और राष्ट्र भी। राष्ट्र और समाज की तरक्की में शरीयते कानून का अहम रोल है। मजलिसे इत्तेहाद ऐ उम्मत द्वारा आयोजित मजीलस में मुफ्ति जुनैद इंदौरी, मौलाना तकि मदरसा जामिया अरनिया सिराज-उल-उलम, तैय्यब सदर मजलिस-ए-इत्तेहाद-ए-उम्मत, मौलाना इब्राहिम, मौलाना नाजिर, मौलाना अय्यूब, मौलाना आसिम सिराजी तमाम उलामा-ए-किराम मौजूद थे।