जिला स्तरीय दिव्यांग मुस्लिम युवक-युवती परिचय सम्मेलन आयोजित, ऊर्जा मंत्री श्री जैन ने सम्मेलन में बने जोड़ों को आशीर्वाद दिया
उज्जैन । शहर के इन्दौर रोड स्थित इम्पीरियल होटल में शुक्रवार को उज्जैन जिले के दिव्यांग मुस्लिम युवक-युवतियों का परिचय सम्मेलन आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम जिला प्रशासन व सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। मध्य प्रदेश शासन के ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन ने परिचय सम्मेलन में बने जोड़ों को आशीर्वाद दिया। श्री जैन ने अपने उद्बोधन में कहा कि अपने जीवन में दूसरों के लिये कुछ अच्छा करने वाला और अच्छी भावना रखने वाला व्यक्ति ही महान होता है। मंत्री श्री जैन ने कहा कि परिचय सम्मेलन में युवक-युवतियों की काउंसलिंग करने के पश्चात उन्हें मनपसन्द जीवनसाथी मिले हैं, जो कि अत्यन्त हर्ष का विषय है। श्री जैन ने नवनिर्मित जोड़ों के आनन्दमय व सुखमय जीवन के लिये अपनी शुभकामनाएं दी और परिचय सम्मेलन में आये सभी लोगों को कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु बधाई दी।
उल्लेखनीय है कि उक्त परिचय सम्मेलन में बेझिझक होकर दिव्यांग युवक-युवतियों द्वारा मंच पर से अपना परिचय दिया गया। शहर काजी श्री खलीकुर्रहमान भी इस दौरान मौजूद थे। उन्होंने कहा कि किसी का घर बसाना बहुत सवाब का काम होता है और मध्य प्रदेश शासन द्वारा इस दिशा में खासतौर पर दिव्यांगों के लिये बेहतरीन काम किया गया है, जो कि काबिलेतारीफ है। परिचय सम्मेलन में बिल्केश्वर उज्जैन निवासी अस्थिबाधित आमीन पिता सईदभाई ने मंदसौर निवासी अस्थिबाधित अफसाना पिता मंसूर खान, ठेलावाड़ी निवासी अस्थिबाधित जाहिद खान पिता जाकिर खान ने तराना निवासी अस्थिबाधित नरगिस पिता अकरम, बड़नगर निवासी मूक-बधिर मोहम्मद युनूस पिता सनावर ने अस्थिबाधित रहीमा पिता मुजीउर रहमान, सेवांजली स्कूल के छात्र उज्जैन निवासी बधिर अब्दुल ने देवास निवासी बधिर छोटीबी और उज्जैन निवासी मूक बधिर हैदर अली ने अस्थिबाधित जुबिना को अपने जीवनसाथी के रूप में चुना।
उल्लेखनीय है कि परिचय सम्मेलन में गंगा-जमुनी तहजीब का अनूठा माहौल देखने को मिला। ऐसे हिन्दू दिव्यांग युवक-युवती, जो पिछले परिचय सम्मेलन से वंचित रह गये थे, उन्होंने भी अपना परिचय सबके समक्ष दिया। इसमें महिदपुर निवासी अस्थिबाधित गंगाराम पिता नग्गाजी ने ग्राम डेंढिया निवासी अस्थिबाधित संगीता पिता मांगीलाल को अपने जीवनसाथी के रूप में चुना। खास बात ये रही कि जीवाजीगंज उज्जैन निवासी सामान्य युवती मंजू मां तुलसीबाई ने उज्जैन निवासी श्रवणबाधित प्रकाश पिता पूनमचन्द को अपने जीवनसाथी के रूप में पसन्द किया।
परिचय सम्मेलन में 25 से अधिक युवतियों और लगभग 50 युवकों द्वारा रजिस्ट्रेशन करवाया गया था। कार्यक्रम में बताया गया कि युवक-युवतियों के बायोडाटा दिव्यांग डाट कॉम नामक वेब साइट पर भी अपलोड किये गये हैं। इसके अलावा बायोडाटा की एक किताब भी प्रकाशित की गई है। कार्यक्रम में मुस्लिम समाज से एडवोकेट श्री शमीम खान, इम्पीरियल होटल के संचालक श्री सैयद आबिद अली, श्री सुल्तान लाला, डॉ.जिया राणा व सामाजिक कार्यकर्ता श्री सुधीरभाई गोयल मौजूद थे। मुस्लिम समाजजनों ने परिचय सम्मेलन के समापन पर मंच से अपने-अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने मध्य प्रदेश शासन व मुख्यमंत्री द्वारा आयोजित इस अनुपम प्रयास की तहेदिल से तारीफ की। एडवोकेट व समाजसेवी श्री जावेद डिप्टी ने कार्यक्रम का संचालन किया।
उल्लेखनीय है कि परिचय सम्मेलन के पश्चात दिव्यांग युवक-युवतियों का विवाह व निकाह कार्यक्रम आगामी 6 मार्च को जिला स्तर पर आयोजित किया जायेगा। शासन द्वारा दिव्यांगजन विवाह प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत वर-वधू में से एक व्यक्ति के दिव्यांग होने पर 50 हजार रूपये एवं वर-वधू दोनों के दिव्यांग होने पर एक लाख रूपये की प्रोत्साहन राशि समारोह स्थल पर दी जायेगी। दिव्यांगजन अपने व दोनों परिवार की सहमति से बिना किसी विवाद के अन्तर्जातीय विवाह करते हैं तो उन्हें दो लाख रूपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जायेगी। इसके अलावा गृहस्थी की सामग्री भी समाजसेवी संस्थाओं, व्यक्तियों और संगठनों द्वारा दी जायेगी। कार्यक्रम में श्री सुजानसिंह रावत एवं सामाजिक न्याय, महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित थे।