ओपनियन पोल में प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता का बढ़ा ग्रॉफ, अभी हुए चुनाव तो मिलेगी पूरी सफलता
नोटबंदी के बाद केंद्र की मोदी सरकार की लोकप्रियता में और इजाफा हुआ है. इंडिया टुडे और कार्वी इनसाइट्स के सर्वे में मोदी सरकार की करिश्माई छवि बरकरार है. ओपिनियन पोल के मुताबिक अगर अभी हुए चुनाव तो NDA को 360 सीटों पर जीत मिल सकती है. यही नहीं, सर्वे में पीएम मोदी के ग्राफ में भी उछाल देखा गया. 65 फीसदी लोगों ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे बेहतर चेहरा बताया.
मोदी सरकार का जादू बरकरार
इंडिया टुडे आपके लिए KARVY INSIGHTS के साथ मिलकर एक बार फिर मूड ऑफ द नेशन पोल (एमओटीएन) सर्वे लाया है, जिसके मुताबिक अगर मौजूदा वक्त में लोकसभा चुनाव हो जाएं तो एनडीए को 360 मिलेंगी, जो कि अगस्त में हुए सर्वे से 56 सीटें ज्यादा हैं. यहां एक और बात अहम है कि बीजेपी को अकेले 305 सीटें मिल सकती हैं, जो कि लोकसभा में उसे स्पष्ट बहुमत देते हुए गठबंधन सहयोगियों पर उसकी निर्भरता खत्म देगी.
एनडीए को 42 फीसदी वोट का अनुमान
देश के 19 राज्यों में 12,143 लोगों पर किए गए इस सर्वे के मुताबिक, अगर अभी चुनाव हुए तो एनडीए को 42 प्रतिशत वोट मिलेंगे, वहीं यूपीए को 25 प्रतिशत, जबकि अन्य के खाते में 33 प्रतिशत वोट जाता दिखा. इस तरह यूपीए को 60 सीटें, जबकि अन्य को 123 सीटें मिलने का अनुमान है.
पीएम मोदी की लोकप्रियता बढ़ी
इस सर्वे में प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता में भी खासा उछाल देखने को मिला. इस बार 65 फीसदी लोगों ने उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे पसंदीदा उम्मीदवार माना. मोदी की यह लोकप्रियता अगस्त महीने में हुए पिछले सर्वे के मुकाबले 15 फीसदी ज्यादा है. जबकि राहुल गांधी की अगर बात करें, तो सर्वे में शामिल लोगों में से केवल 10 फीसदी ने उन्हें अपनी पसंद बताया है, जबकि 4 प्रतिशत लोगों ने सोनिया गांधी को पसंद किया है.
पीएम पद के लिए पसंदीदा उम्मीदवार के मामले में समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह को 1 फीसदी और बीएसपी प्रमुख मायावती को भी 1 फीसदी लोगों ने पसंद किया. वहीं मोदी कैबिनेट में वित्तमंत्री अरुण जेटली को 2 फीसदी लोग, जबकि बीजेपी चीफ अमित शाह और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 1 फीसदी ने अपनी पसंद बताया. इसके अलावा प्रियंका गांधी, अरविंद केजरीवाल और नीतीश कुमार को 2-2 फीसदी लोगों ने पीएम पद के लिए अपना पसंदीदा उम्मीदवार बताया.
पीएम मोदी के विकल्प के तौर पर ये नेता
उधर पीएम मोदी के खिलाफ तीसरे विकल्प के रूप में 11 फीसदी लोगों ने अरविंद केजरीवाल को अपनी पसंद माना है, जबकि 10 फीसदी लोग नीतीश कुमार की लीडरशिप में तीसरे मोर्चे का बेहतर भविष्य देखते हैं. वहीं पीएम मोदी के विकल्प के तौर पर 13 लोग नीतीश कुमार को अपनी पसंद मानते हैं, जबकि 10 फीसदी लोग केजरीवाल को मोदी के विकल्प के तौर पर देखते हैं.
पीएम मोदी और एनडीए सरकार का कामकाज
प्रधानमंत्री के रूप में पीएम मोदी के प्रदर्शन को 69 फीसदी लोगों ने अच्छा माना है, जिनमें 27 फीसदी लोगों की नजर में पीएम मोदी का प्रदर्शन बेहद अच्छा रहा. वहीं 19 फीसदी लोगों ने मोदी के काम को औसत करार दिया है, जबकि 3 फीसदी लोगों ने खराब और 6 फीसदी ने बेहद खराब करार दिया है. इसके साथ ही 71 प्रतिशत लोगों ने एनडीए सरकार के काम की सराहना की है, वहीं सर्वे में शामिल 7 प्रतिशत लोगों ने सरकार के कामकाज को खराब बताया है.
नोटबंदी पर भरपूर समर्थन
इस सर्वे में नोटबंदी के फैसले को भी लोगों का भरपूर समर्थन मिलता दिखा. सर्वे में शामिल 45 फीसदी लोगों ने माना है कि नोटबंदी से कालेधन और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी, जबकि 35 फीसदी ने इसे अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा करार दिया. इस तरह 80 फीसद लोग प्रधानमंत्री के इस कदम के समर्थन में दिखे. हालांकि यहां 7 फीसदी लोगों को लगता है कि इससे अर्थव्यवस्था कमजोर होगी, जबकि 7 फीसदी लोग इसे विपक्ष को कमजोर करने की सिर्फ चुनावी चाल करार दे रहे हैं. वहीं नोटबंदी पर अमल के सवाल पर 19 फीसदी ने इसे बहुत खराब करार दिया, जबकि 36 फीसदी लोगों ने कहा कि यह और बेहतर हो सकता था. वहीं 37 फीसदी लोगों को लगता है नोटबंदी का फैसला बहुत अच्छे से अमल में लाया गया. सर्वे में शामिल 58 फीसदी लोगों ने इस फैसले से कैशलेस इकॉनमी को बढ़ावा मिलने की उम्मीद जताई, जबकि 34 फीसदी मानते हैं कि इससे कोई खास असर नहीं होने वाला है