जेडीयू के नेता शरद यादव ने बोले बिगड़े बोल, वोट की इज्जत को बेटी की इज्जत से बड़ा कहा !
टना : जेडीयू नेता और राज्यसभा सांसद शरद यादव ने एक बार फिर विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने अपने एक विवादित बयान में बेटी की इज्जत की वोट से तुलना करते हुए कहा कि बेटी की इज्जत से वोट की इज्जत बड़ी है। उनके इस तरह के बयान के बाद उनकी पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, शरद यादव मंगलवार को जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर पटना में एक कार्यक्रम के दौरान चुनावी राजनीति के गिरते स्तर और पैसे-वोट के गठजोड़ पर बात कर रहे थे। इसी कार्यक्रम में यह विवादित बयान दिया। शरद यादव ने कहा कि बेटी की इज्जत जाने पर मोहल्ले और गांव की ही इज्जत जाएगी, लेकिन वोट के बिकने पर देश की इज्जत चली जाएगी। दरअसल शरद यादव गिरते राजनीतिक स्तर और वोट खरीदने की कोशिशों पर चिंता जता रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश में वोट को लेकर बड़े पैमाने पर सब जबह समझाने की जरूरत है। बेटी की इज्जत से वोट की इज्जत बड़ी है। उन्होंने कहा कि बैलेट पेपर के बारे में बड़े पैमाने पर सब जगह समझाने की जरूरत है।
बेटी की इज्जत से वोट की इज्जत बड़ी है। हालांकि उनकी पार्टी जदयू यूपी में पैसे की कमी के चलते चुनाव नहीं लड़ रही है लेकिन उन्होंने वोट खरीदने की राजनीति पर चिंता जताई। इस दौरान उन्होंने यह भी दावा किया कि किसी नेता को सांसद या विधायक बनने के लिए करोड़ों रुपए खर्च करने पड़ते हैं। पैसे की बदौलत आज कल वोट को खरीदा और बेचा जाता है। चुनावी राजनीति में पैसे का किस तरीके से बोलबाला है, इसको लेकर शरद ने कहा कि दक्षिण भारत में सांसद या विधायक बनने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं।
जदयू नेता ने कहा कि मैंने लंबे अंतराल तक पार्टी को चलाया है, लेकिन ऐसे हालात पहले कभी सामने नहीं आए, जहां संसाधन की कमी की वजह से चुनाव लड़ने में दिक्कत आ रही है। वोटों की खरीद-फरोख्त चल रही है। खासकर दक्षिण भारत में जहां सांसद बनने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं।