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दुर्लभ बीमारी ‘‘सीकल वालवुलस’’ का हुआ उज्जैन में इलाज, 2 किलो की गठान पेट से निकालकर बचाई जिंदगी


उज्जैन। 10 लाख लोगों में 2 या 3 को होने वाली दुर्लभ बीमारी से ग्रसित 22 वर्षीय युवक का उपचार उज्जैन में हुआ। ‘‘सीकल वालवुलस’’ नामक इस बीमारी के शिकार युवक की आंतों में गैंगरीन हो जाने से उसकी जान पर बन आई। तत्काल उसका ऑपरेशन हुआ और उसके पेट से 2 किलो की गठान निकालकर उसकी जान बचाई गई।

सुखराम उम्र 22 वर्ष निवासी दिलोदरी शाजापुर 8 दिनों से पेट दर्द व सूजन से परेशान था। मरीज के परिजनों ने उसे शाजापुर में प्रायवेट चिकित्सक को दिखाया था। दो दिन इलाज के बाद जब मरीज की स्थिति बिगड़ती गई तथा पेट फूल गया तो उसे इंदौर रैफर किया गया। उसके परिजन उसे उज्जैन में गुरूनानक हॉस्पिटल में डॉ. उमेश जेठवानी के पास लाए। यहां मरीज की गंभीर स्थिति देखते हुए मरीज का इमरजेंसी में ही पेट का ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन में पाया गया कि मरीज को सीकल वालवुलस तथा आंतों की गैंग्रीन हो गई थी। जिसकी वजह से पेट में 2 किलो की गठान हो गई थी। डॉ. जेठवानी ने मरीज का ऑपरेशन राईट हेमिकोलेकटोमी पध्दति से किया अब मरीज की स्थिति स्थिर है। डॉ. उमेश जेठवानी के अनुसार ‘‘सीकल वालवुलस’’ नामक बीमारी 10 लाख में से 2 या 3 मरीजों को होती है। गैंग्रीन हो जाने पर मरीज के बचने की संभावना 10-15 प्रतिशत ही होती है। इस बीमारी में शीघ्र निदान व सर्जरी से ही मरीज की जान बचाई जा सकती है।

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