पल्स पोलियो अभियान में बूथ पर ही शत-प्रतिशत लक्ष्य अर्जित करें, जिला टास्क फोर्स कमेटी की बैठक आयोजित हुई
उज्जैन । राष्ट्रीय पल्स पोलियो कार्यक्रम के प्रथम चरण के आयोजन के सिलसिले में सोमवार को सिंहस्थ मेला कार्यालय में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर ने आगामी 29 जनवरी को आयोजित पल्स पोलियो अभियान के प्रथम चरण में बूथ पर ही शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति के निर्देश दिये। इसके साथ ही कलेक्टर ने निर्देश दिये कि जिन ब्लॉक में कार्य संतोषजनक नहीं है, वहां अधिक से अधिक फोकस किया जाये। विशेष मॉनीटरिंग सुपरविजन दल बनाकर दल में प्रशासनिक अधिकारियों को भी शामिल किया जाये। साथ ही ऐसे विकास खण्ड, जहां पिछले वर्ष बूथ कव्हरेज 70 प्रतिशत या इससे भी कम था, वहां शत-प्रतिशत लक्ष्यपूर्ति की जाये।
बैठक में उपस्थित नगर पालिक निगम आयुक्त श्री आशीष सिंह ने बताया कि शहर में कचरा एकत्रित करने वाले समस्त वाहनों के माध्यम से पल्स पोलियो कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार किया जायेगा। बैठक में मौजूद शहर काजी श्री खलीकुर्रहमान द्वारा मस्ज़िद के माइक से पल्स पोलियो के प्रचार-प्रसार हेतु सहमति प्रदान की गई। इसके साथ ही महाकाल मन्दिर समिति प्रशासक एवं महिला बाल विकास विभाग को मोबाइल यूनिट के वाहन का उपयोग पल्स पोलियो कार्यक्रम में करने के निर्देश दिये गये।
बैठक में कलेक्टर ने बीएमओ को निर्देश दिये कि ब्लॉक लेवल पर भी आगामी 26, 27 और 28 जनवरी को पोलियो रथ चलवाये जायें। बैठक में पॉवर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से डीएमसीएचओ डॉ.के.सी.परमार ने राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान की कार्य योजना पर प्रकाश डाला। इनमें पल्स पोलियो अभियान हेतु उज्जैन जिले की जनसंख्या एवं बच्चों के लक्ष्य पर चर्चा के दौरान बताया गया कि उज्जैन जिले में शून्य से पांच वर्ष आयुवर्ग के कुल दो लाख 74 हजार 683 लक्षित बच्चे हैं। इनमें लक्षित घरों की संख्या उज्जैन ग्रामीण और उज्जैन शहरी मिलाकर तीन लाख 30 हजार 425 है। इसके अलावा पल्स पोलियो अभियान के तहत बनाये गये ‘बी’ टाइप दलों की संख्या ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में कुल एक हजार 750 है, जो 29 जनवरी को बूथ लगाकर तथा 30 और 31 जनवरी को घर-घर बच्चों को पोलियो की दवा पिलायेंगे। ‘सी’ टाइप दलों की संख्या कुल 402 है, जो 500 से कम जनसंख्या वाले क्षेत्र, पहाड़ी क्षेत्र व दूर-दराज के क्षेत्रों के घरों को कवर करने के लिये बनाये गये हैं। उक्त दल अभियान के तहत पहले दिन घर-घर जाकर पोलियो की दवा पिलायेंगे।
बैठक में बताया गया कि उज्जैन जिले में कुल 47 मोबाइल दल भी बनाये गये हैं, जो हाईरिस्क क्षेत्रों में अपने वाहन से घूम-घूमकर बच्चों को पोलियो की दवा पिलायेंगे। उज्जैन जिले में कुल बूथ 2211 निर्धारित किये गये हैं। पल्स पोलियो अभियान के तहत कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। इनमें सीएमएचओ डॉ.प्रदीप व्यास, सीएस डॉ.एमएल मालवीय, डीएमसीएचओ डॉ.केसी परमार तथा यूएनओपीपी डॉ.सुनीता परमार प्रभारी बनाये गये हैं। बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिये कि पोलियो अभियान के तहत जब भी स्टाफ गांव में जाये तो कोटवार पंजी में भी नाम आवश्यक रूप से दर्ज करवायें। पल्स पोलियो अभियान के तहत कैम्पेनिंग भी समय-समय पर करवाई जाये।
पल्स पोलियो अभियान के अतिरिक्त अन्य सम्बन्धित विषयों पर विचार-विमर्श के दौरान कलेक्टर ने नवजात शिशुओं के आधार एनरोलमेंट कार्य पर सभी बीपीएम, बीसीएम को निर्देश दिये कि नवजात के आधार एनरोलमेंट कार्य में लापरवाही बिलकुल भी न बरतें। कार्य को गंभीरतापूर्वक करें, अन्यथा वेतन रोकने की कार्यवाही की जायेगी। इसके अलावा अभी तक जिन बीपीएम ने संतोषजनक कार्य नहीं किया है, उनकी सेवा समाप्ति के नोटिस सीएमएचओ को जारी करने के निर्देश कलेक्टर द्वारा दिये गये।
बैठक में एडीएम श्री नरेन्द्र सूर्यवंशी, संयुक्त कलेक्टर श्री जयन्त जोशी, नोडल अधिकारी लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, सीएमएचओ डॉ.प्रदीप व्यास, सभी बीपीएम, डीएसओ, डीपीओ, एमईआईओ, सीडीपीओ, एमओ, आईसीडीएस, जिला शिक्षा अधिकारी श्री संजय गोयल एवं सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।