सेना प्रमुख ने दी पाकिस्तान को चेतावनी फिर हो सकती है सर्जिकल स्ट्राइक
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने पाकिस्तान को दो टूक संदेश दिया है कि उसने आतंकी घुसपैठ के जरिये जम्मू-कश्मीर में हिंसा फैलाना बंद नहीं किया, तो भारत आगे भी सर्जिकल स्ट्राइक करेगा। उन्होंने साफ कहा कि बेशक हम सरहद पर शांति चाहते हैं। लेकिन, सीमा पार से भी अमन का ऐसा ही पैगाम नहीं मिला, तो सेना जरूरत के हिसाब से सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कार्रवाई करेगी।
महिला सैनिकों को अग्रिम मोर्चे पर तैनात करने के बारे में जनरल बिपिन रावत ने कहा कि इसका फैसला महिला सैन्य कर्मियों को ही करना होगा। युद्ध के मोर्चे पर तैनाती की परिस्थितियां बिल्कुल अलग होती हैं। युद्ध के मोर्चे पर जवान कई दिन बिना शौचालय और आश्रय की सुविधा के कठिन हालात में रहते हैं। यह स्थिति महिलाओं के लिए सामान्य नहीं है। इसलिए अग्रिम मोर्चे पर तैनाती के मामले में महिला सैनिकों को भी अपने पुरुष सहकर्मियों के हालात का सामना करना पड़ेगा। जब समान भूमिका होगी, तो समान जिम्मेदारी भी लेनी होगी।
सेना प्रमुख के अनुसार, कश्मीर में कॉलेज छात्रों का उपद्रव के लिए आगे आना जाहिर करता है कि उन्हें उकसाया जा रहा है। इसलिए हमें सुरक्षा समेत तमाम चुनौतियों से तत्परता से निपटना होगा।
जनरल रावत ने सेना प्रमुख के तौर पर सेना दिवस के सिलसिले में पहले प्रेस कांफ्रेंस के दौरान यह बात कही। गुलाम कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी आतंकी घुसपैठ और सीमा पर फायरिंग नहीं रुकने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब किसी के खिलाफ आप कुछ करेंगे, तो वह चुप नहीं बैठेगा। लेकिन, हम विरोधी को कहना चाहते हैं कि आप शांत रहते हैं, तो ठीक है। मगर हमारी शांति पहल का आप जवाब नहीं देंगे, तो फिर सर्जिकल स्ट्राइक जारी रहेगी।
सेना प्रमुख ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद सीमा के निकट लांच पैड से आतंकी गुलाम कश्मीर के आतंकी कैंपों में भाग गए थे। मगर अभी दूसरे इलाकों खासकर पीर पंजाल के निचले हिस्से में उनकी सक्रियता देखी गई है और वे स्थान बदलते रहते हैं। इसीलिए सेना सर्द मौसम में भी बर्फ वाले इलाकों में घुसपैठ रोकने को मुस्तैद है। इसी वजह से गुरुवार को हमने दो आतंकियों को घुसपैठ की कोशिश में मार गिराया। जनरल रावत ने पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख जनरल बाजवा के साथ संयुक्त राष्ट्र के सैन्य मिशन में काम करने की बातों को नकारते हुए कहा कि कभी साथ काम नहीं किया है।
सेना प्रमुख ने इस दौरान सेना के हथियारों, टैंकों, हेलीकाप्टरों के साथ आधुनिक हाईटेक वार फेयर प्रणाली को आगे बढ़ाने जैसे कदमों की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि टी-72 टैंकों को आने वाले सालों में बदला जाएगा। इसी तरह चेतक हेलीकॉप्टर की जगह कोमोव लेंगे।