छुट्टी के बाद आज फिर से शुरू होगा संसद में कार्य, प्रधानमंत्री मोदी भी रहेंगे आज मौजूद, लेंगे संसद की कार्यवाही में भाग
चार दिन की छुट्टी के बाद आज संसद की कार्यवाही फिर शुरू होगी. बीजेपी और कांग्रेस ने अपने दोनों सदन के सदस्यों को बाकी बचे सत्र में मौजूद रहने को कहा है. संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू के मुताबिक पीएम नरेंद्र मोदी भी सत्र के बाकी तीन दिन सदन में मौजूद रहेंगे.
पीएम मोदी आज सुबह अपने प्रमुख मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे जिसमें सरकार की रणनीति तय की जाएगी. पूरे सत्र में नोटबंदी का मुद्दा छाया रहा और अब तक इस मामले पर चर्चा नहीं हो सकी. कांग्रेस को लगता है कि बीजेपी अगस्ता वेस्टलैंड के मुद्दे को उठाकर उसके शीर्ष नेताओं पर निशाना साध सकती है. इसलिए सुबह संसद की बैठक शुरू होने से पहले कांग्रेस, विपक्षी दलों के नेताओं के साथ सदन में अपनी रणनीति तय करने के लिए बैठक करेगी.
वहीं संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि पीएम शीतकालीन सत्र के बाकी तीन दिन संसद में मौजूद रहेंगे और जरूरत पड़ने पर किसी भी सदन में कार्यवाही में शामिल हो सकते हैं.
मौजूदा सत्र पर नोटबंदी के मुद्दे की छाया बनी रही है और अब तक इस विषय पर चर्चा नहीं हो सकी. सूत्रों ने कहा कि विपक्षी कांग्रेस को लगता है कि सत्तारूढ़ पक्ष नोटबंदी से लोगों को हो रही परेशानियों से ध्यान हटाने के लिए अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर मुद्दे को उठाकर उसके शीर्ष नेताओं पर निशाना साध सकती है.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सरकार नोटबंदी के विषय पर संसद में चर्चा के लिए तैयार है. उन्होंने मंगलवार को एक बार फिर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों से नोटबंदी पर चर्चा शुरू करने का आग्रह किया.
कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि सरकार ने गतिरोध को समाप्त करने के लिए विपक्ष से संपर्क साधने का कोई प्रयास नहीं किया है. सरकार और विपक्ष, खासकर कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस अपने रुख पर अड़े हैं. विपक्ष का कहना है कि चर्चा वोटिंग वाले प्रावधान के तहत होनी चाहिए वहीं सत्तापक्ष ने इसे खारिज कर दिया है.
वित्त मंत्री जेटली ने कहा, ‘इसलिए, राष्ट्रीय दृष्टिकोण से मैं विपक्ष से अपील करंगा कि अवरोध पैदा करने के बजाय इस अभियान में शामिल हों.’ गत 16 नवंबर को शुरू हुए शीतकालीन सत्र का समापन आगामी शुक्रवार को होना है और कुल मिलाकर यह संसद सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया लगता है.
नोटबंदी और अन्य मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के कारण संसद में बहुत कम जरूरी कामकाज हुआ है. लोकसभा और राज्यसभा, दोनों ही सदनों में नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा को लेकर गतिरोध बना हुआ है. हालांकि लोकसभा ने दो जरूरी विधायी कामकाज निपटाये जिनमें आयकर संशोधन विधेयक का पारित होना और अनुदान की पूरक मांगों को मंजूरी शामिल है. दोनों ही हंगामे के बीच हुए. राज्यसभा में सामान्य तौर पर पहले ही दिन कुछ कामकाज हो सका जब नोटबंदी पर चर्चा शुरू हो गयी थी और उसके बाद से उच्च सदन में कोई काम नहीं हुआ.