बीटेक स्टूडेण्ड ने स्कैनिंग कर छापे 3 करोड़ कीमत के 2 हजार के नकली नोट, मार्केट में चलाए 2 करोड़, पुलिस ने पकड़ा
चंडीगढ़.यहां मोहाली में 2000 के नकली नोट छापने का अब-तक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। जिसमें आर्मी फैमिली से संबंध रखने वाले 21 साल के बीटेक स्टूडेंट्स अभिनव वर्मा और उसकी 20 साल की कजिन विशाखा वर्मा ने 2000 के करीब तीन करोड़ रुपए कीमत के नोट स्कैन करके छापे। जिसके बाद लोगों से पुराने नोट लेकर बदले में नकली नोट थमा दिए। इस तरह उन्होंने कुल 2 करोड़ रुपए मार्केट में चला दिए। इस काम के लिए उन्होंने 30 कमीशन भी लिया। कंप्यूटर, स्कैनर व अन्य सामान भी कब्जे में...
- मोहाली पुलिस ने अभिनव और उसकी कजिन विशाखा को मंगलवार रात मोहाली के जगतपुरा में पकड़ लिया।
- उस समय ये लालबत्ती लगी ऑडी कार में 42 लाख रुपए के जाली नोट लेकर जा रहे थे। इस पैसे का इस्तेमाल ब्लैकमनी को व्हाइट करने में होना था।
- लुधियाना निवासी बिचौलिया सुमन नागपाल भी गाड़ी में बैठा था, जो ग्राहक लेकर आ रहा था। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया।
- पुलिस ने चंडीगढ़ इंडस्ट्रियल एरिया स्थित इनके ऑफिस से 20 लाख की जाली करंसी सहित, कंप्यूटर, स्कैनर व अन्य सामान भी कब्जे में ले लिया है।
- इसमें अभी दो ओर लोग शामिल हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।
पीएम मोदी के 'मेक इन इंडिया' प्रोजेक्ट से जुड़ा है आरोपी
- खास बात है कि जाली नोट कांड का मास्टरमाइंड अभिनव पीएम नरेंद्र मोदी के 'मेक इन इंडिया' प्रोजेक्ट का हिस्सा बनने वालों की लिस्ट में है।
- अभिनव ने ब्लाइंड लोगों के लिए एक ऐसी टेक्नीक डेवलप की थी, जिससे उन्हें स्टिक का सहारा नहीं लेना पड़ता।
- अभिनव ने एक ऐसा उपकरण तैयार किया है, जिसको दृष्टिहीन अंगूठी की तरह पहन सकते हैं।
- इससे सामने कोई भी चीज आने पर सैंसर आवाज करता है।
- इसकी खोज के लिए इसका नाम 'मेक इन इंडिया' में चल रहा है। वह लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में नाम दर्ज कराने की तैयारी कर रहा था।
कैसे पकड़े गए आरोपी
- पुलिस ने बताया कि सूचना मिली थी कि युवक-युवती लग्जरी गाड़ी में ब्लैक मनी को व्हाइट करने का काम कर रहे हैं।
- लग्जरी गाड़ी और उसके ऊपर लालबत्ती देख पुलिस वालों ने समझा कि कोई मंत्री जा रहा है।
- जब देखा कि पायलट जिप्सी नहीं है तो पुलिस वालों ने रोककर तलाशी ली। कार से 42 लाख की जाली करंसी मिली।
- पूछताछ में पता चला कि चंडीगढ़ इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 स्थित एक लाइव वेरल सॉल्यूशन नाम की कंपनी में इनका ऑफिस है।
- यहीं पर इन्होंने 2000 के नए असली नोट की स्कैनिंग कर 3 करोड़ से ज्यादा के जाली नोट तैयार किए थे।
मां लेफ्टिनेंट कर्नल, पिता थे गवर्नमेंट ऑफिसर
- 21 साल के आरोपी अभिनव के पिता हरियाणा गवर्नमेंट में अच्छे पद पर थे, लेकिन पिछले साल ही उनकी मौत हो गई। अभिनव की मां लेफ्टिनेंट कर्नल हैं।
- उसके साथ गिरफ्तार हुई मामा की बेटी विशाखा ने भी बीटेक की हुई है। 20 वर्षीय विशाखा कूपरथला में रहती है।
गड्डी में ऊपर के दो ही नोट होते थे असली
- अभिनव और विशाखा ब्लैकमनी को व्हाइट करने के लिए 30 परसेंट लेते थे।
- मान लीजिए एक करोड़ की ब्लैकमनी (500-1000) के नोट व्हाइट करना है तो ये दूसरी पार्टी को 70 लाख ही देते थे।
- 1 करोड़ के असली नोट देकर 70 लाख के नकली नोट पकड़ा देते थे।
- 2000 के नोटों की गड्डियों में ऊपर के दो नोट असली होते थे, बाकी नकली।
अब उनकी तलाश, जिन्होंने पैसे बदलवाए
- अभिनव और विशाखा को पुलिस ने मोहाली जाते समय गिरफ्तार किया।
- पुलिस के मुताबिक 2 करोड़ के नकली नोट मार्केट में सर्कुलेट हो चुके हैं।
- पुलिस ने एक बिचौलिए लुधियाना के रहने वाले सुमन नागपाल को भी पकड़ा है।
- तीनों को बुधवार को कोर्ट में पेश कर एक दिन की रिमांड पर ले लिया गया।
- इनके ऑफिस से जाली करंसी सहित, कंप्यूटर, स्कैनर व अन्य सामान भी कब्जे में लिए गए हैं।