नोटबंदी करने में सरकार को बताया फेल, विपक्ष ने सदन में किया जमकर हंगामा
राज्यसभा में शीतकालीन सत्र के सातवें दिन नोटबंदी को लेकर चर्चा हुई. पिछले दिनों विपक्ष के भारी हंगामे के बीच सदन में जारी गतिरोध गुरुवार को नोटबंदी पर बहस की शुरुआत के साथ खत्म हुआ. मायावती ने लंच ब्रेक के बाद सदन में कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में नहीं आएंगे तो हम संसद नहीं चलने देंगे.जिसके बाद राज्यसभा को 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
नोटबंदी पर सरकार को ऐसे घेरेगा विपक्ष, 12 दलों के 200 सांसद करेंगे प्रदर्शन
लंच से पहले प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में बहस के दौरान मौजूद रहे. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने पीएम से इस मुद्दे पर बोलने की मांग की. उन्होंने ये भी कहा कि वह नोटबंदी के फैसले के समर्थन में तो हैं लेकिन इसे लागू करने के तरीके को गलत बताया. जिसके बाद राज्यसभा को लंच ब्रेक के लिए 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया.
2 फीसदी लोगों की वजह से सारा देश परेशान
तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने राज्यसभा में नोटबंदी पर सरकार की घेराबंदी करते हुए कहा कि देश में केवल 2 फीसदी लोगों के पास ही काला धन है. तो फिर देश के 98 प्रतिशत लोग क्यों इसकी वजह से परेशान हों. उन्होंने ये भी कहा कि हम सुझाव देना चाहते हैं कि 500 के नोट को और अधिक समय तक इस्तेमाल करने की इजाजत दी जाए.
नोटबंदी लागू करने में हुई बदइंतजामी
500-1000 की नोटबंदी पर राज्यसभा में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि नोटबंदी को लागू करने में बदइंतजामी हुई. उन्होंने ये भी कहा कि आम लोगों को सरकार के इस फैसले से तकलीफ हुई. उन्होंने आगे कहा कि गरीबों के लिए 50 दिन भी पीड़ादायक. नोटबंदी से जीडीपी में 2 फीसदी की गिरावट हुई.
पीएम सदन में मौजूद
वहीं गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में मौजूद रहे. राज्यसभा में वित्त मंंत्री अरुण जेटली ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का विरोध किया जिसके बाद विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा किया.
नोटबंदी को लेकर शीतकालीन सत्र के सातवें दिन लोकसभा में हंगामे के बीच सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के भतीजे सांसद अक्षय यादव ने अपनी बात सुनने की मांग करते हुए लोकसभा में पेपर फाड़कर स्पीकर की तरफ फेंके. पेपर स्पीकर की टेबल पर जाकर गिरे. जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा पहुंच चुके हैं.p>
28 तक सरकार से बात नहीं करेगा विपक्ष
वहीं विपक्ष ने 28 नवंबर तक सरकार से बात करने से इनकार कर दिया है. नोटबंदी के खिलाफ विपक्ष ने 28 नवंबर को भारत बंद का एलान कर दिया है. विपक्ष लगातार नोटबंदी पर सदन में पीएम के बयान देने की मांग कर रहा था.बुधवार को प्रधानमंत्री लोकसभा में आए भी, लेकिन कुछ बोले नहीं थे. विपक्ष के अड़ियल रवैये का हवाला देकर केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि फैसला वापस लेना मोदी के खून में नहीं है. नोटबंदी को लेकर विपक्ष को मनाने के लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, लेकिन विपक्ष इसमें शामिल नहीं हुआ. विपक्ष के नेता संसद में अलग से बैठक की.
प्रश्नकाल में जवाब देंगे पीएम
मिली जानकारी के अनुसार राज्यसभा में गुरुवार को प्रश्नकाल में पीएमओ से सवाल पूछने का दिन है. वहीं राजनाथ सिंह, अरुण जेटली और अनंत कुमार विपक्ष से बातचीत कर कोई हल निकालने में जुटे हैं. सदन सुचारु रूप से चल सके इसके लिए बुधवार को लोकसभा में स्पीकर, सरकार और विपक्षी पार्टियों की दो बैठकें हुईं. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई है.
चुनाव करवा कर असली सर्वे करा लें पीएम
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी पर नोटबंदी को लेकर गुरुवार को भी हमला किया. मायावती ने अन्य मीडिया फर्म और पीएम द्वारा कराए गए सर्वे को झूठा बताते हुए कहा कि 'अगर वाकई नोटबंदी पर सही सर्वे करवाना चाहते हैं तो लोकसभा भंग करके चुनाव करवा लें पीएम मोदी.'
बुधवार को 200 सांसदों ने किया था प्रदर्शन
इन सबके बीच बुधवार को यूनाईटेड अपोजिशन फ्रंट में शामिल कई दलों के दोनों सदनों के करीब 200 सांसदों ने संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरना दिया. इस दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने जो किया है, वह दुनिया का बिना तैयारी के किया गया वित्तीय प्रयोग है.