साइट से मिले पेन ड्राइव में मोदी, उनके मंत्रियों और BJP लीडर्स के फोटो
मलप्पुरम डिस्ट्रिक्ट के कलेक्ट्रेट कैम्पस में बीते मंगलवार को हुए ब्लास्ट की जांच शुरू हो गई है। पुलिस का कहना है- ' मौके से एक पेन ड्राइव मिला है जिसमें कई इन्फॉर्मेशन है, इसमें नरेंद्र मोदी, कुछ केंद्रीय मंत्री और बीजेपी लीडर्स के फोटो भी स्टोर हैं। एक छोटा कार्डबोर्ड बॉक्स भी मिला है। जिस पर 'द बेस मूवमेंट' लिखा है।' पेन ड्राइव में मोदी की तस्वीरें मिलने से माना जा रहा है कि वह बेस मूवमेंट की हिट लिस्ट में हैं। कुछ और धमाकों की साजिश के संकेत...
- न्यूज एजेंसी के मुताबिक, मलप्पुरम में हुआ धमाका एक लो इन्टेन्सिटी वाला IED ब्लास्ट था। पुलिस को मौके से पेन ड्राइव बीते बुधवार को मिला।
- इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर्स में से एक त्रिशूर रेंज के आईजीपी अजीत कुमार ने बताया- 'पेन ड्राइव कोई खतरे की घंटी नहीं है, लेकिन इसमें कुछ जगहों को टारगेट करने का संकेत दिया गया है।'
- 'जहां ब्लास्ट हुआ था, वहां से कुछ पर्चों के साथ भारत का एक नक्शा भी मिला है। पर्चों में देश में हाल में हुईं कुछ घटनाओं का जिक्र है।'
- मामले की जांच कर रहे डीएसपी वीटी बालन ने बताया- 'एनआईए की एक टीम ब्लास्ट साइट पर गई थी। जिसने बाद में पुलिस टीम के साथ चर्चा भी की।'
- बता दें कि इस मामले की जांच में एनआईए और केरल पुलिस के साथ ही अन्य राज्यों की पुलिस भी शामिल है।
- इस ब्लास्ट से डिक्स्ट्रिट मेडिकल ऑफिसर रेजी कुजहियेल्लिल की कार को नुकसान पहुंचा था। उनकी कार कोर्ट के पास एक पार्किंग में खड़ी थी।
पर्चों में अखलाक की मौत का बदला लेने की धमकी
- साइट से बरामद पर्चों में मोहम्मद अखलाक की हत्या की बात भी कही गई है।
- उत्तरप्रदेश के दादरी में घर में बीफ रखने के आरोप में अखलाक एक भीड़ का निशाना बना था।
- पर्चों में अखलाक की मौत का बदला लेने की बात कही गई है।
- इसके अलावा मौके से अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन की तस्वीरें भी मिली हैं।
पुलिस का क्या कहना है?
- त्रिशूर रेंज के आईजीपी अजीत कुमार ने कहा- 'जो सबूत मिले हैं उनसे लगता है कि इस ब्लास्ट में भी उसी संगठन का हाथ है जिसने चित्तूर, मैसूर और कोल्लम के कोर्ट कॉम्प्लेक्स में ब्लास्ट किए थे।'
- आईजी ने इससे आगे कुछ कहने से इनकार कर दिया।
क्या है बेस मूवमेंट?
- आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के कोर्ट कॉम्प्लेक्स में हुए ब्लास्ट में भी बेस मूवमेंट का नाम सामने आया था जिसकी जांच जारी है।
- ऐसा माना जा रहा है कि तमिलनाडु का आतंकी संगठन 'अल-उमाह' (बेस मूवमेंट का दूसरा नाम) ही इन धमाकों के पीछे है।
- इसका नाम बाबरी मस्जिद विध्वंस के तुरंत बाद सामने आया था। इस संगठन को 1998 के कोयम्बटूर बम धमाकों के बाद बैन कर दिया गया था।
असेंबली में उठा मामला
- केरल सरकार ने घटना की जांच के लिए एक स्पेशल टीम बनाई है।
- बीते बुधवार को यह मामला विधानसभा में भी उठा।
- सीएम पिनारई विजयन ने कहा- 'जो लोग इस ब्लास्ट के पीछे हैं वो राज्य की शांति भंग करना चाहते थे। सिर्फ जांच से ही इसकी असली वजह का पता चल सकेगा।'
- बता दें कि इसी साल जून में कोल्लम कलेक्ट्रेट में भी ऐसा ही एक ब्लास्ट हुआ था।