भारत ने पाक उच्चायुक्त को किया तलब किया, कहा- जांच के लिए दे सकते है उरी हमले के पाकिस्तान कनेक्शन के सबूत,
उड़ी में हुए चरमपंथी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्ते तल्ख़ हुए हैं. इस बीच भारतीय विदेश सचिव एस जयशंकर ने भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब किया है.
विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि पाकिस्तान के उच्चायुक्त को तलब किया गया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि अब्दुल बासित को उड़ी हमले से जुड़े सबूत दिए गए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान की धरती से अब भी चरमपंथ का समर्थन हो रहा है.
विदेश सचिव एस. जयशंकर ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को कहा कि उरी में हुआ आतंकी हमला सिर्फ इस बात को रेखांकित करता है कि पाकिस्तान में आतंकवाद का ढांचा सक्रिय है। विदेश सचिव ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त से कहा, ‘अगर पाकिस्तान की सरकार इन सीमा पार हमलों की जांच कराने की इच्छुक है तो भारत उरी एवं पुंछ हमलों में मारे गए आतंकवादियों के फिंगरप्रिंट और डीएनए नमूने प्रदान करने को तैयार है।’
उधर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा है कि सरकार उड़ी हमलों के लिए ज़िम्मेदार लोगों को सज़ा देने को लेकर अत्यंत गंभीर है और सीमा पार से हो रहे आतंकवाद पर आंखें नहीं मूंदी जाएगी.
उन्होंने परमाणु हथियार इस्तेमाल करने की पाकिस्तान की धमकियों से जुड़ी मीडिया रिपोर्टों को खारिज करते हुए कहा कि खाली बर्तन ज्यादा आवाज़ करते हैं.
रक्षा मंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं जिनसे उड़ी जैसी घटनाएं दोबारा न हों.
उन्होंने कहा कि उड़ी जैसी घटनाओं में कुछ गलती तो ज़रूर हुई है.
उनका कहना था, ''जब कुछ गड़बड़ होती है तो आप उसे ठीक करते हैं. हम देख रहे हैं कि कहां गड़बड़ हुई है और उसे कैसे सही किया जाए कि आगे ऐसा न हो.''