सामने आया नागलोक
आपने कथा और पुराणों में नागलोक का नाम और उनकी कहानियां सुनी होंगी। लेकिन, मप्र के डिंडोरी में एक ऐसा ही 'नागलोक' सामने आया है, जिसके बारे में सूचना मिलते ही लोगों की भीड़ लग गई। यहां एक-दो नहीं, बल्कि सात नाग चट्टानों पर बने बिल में रहते हैं।
डिंडोरी जिले के मेहदवानी विकास खंड के भुरका गांव की पहाड़ी पर बुधवार को अचानक सांपों के झुंड को देखकर एक युवक भौचक रह गया। उसने गांव के लोगों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद नागों को देखने के लिए पहाड़ी पर लोगों का हुजूम लग गया। महिला, पुरुष और बच्चे सभी पूजा-अर्चना करने हाथों में नारियल, अगरबत्ती व दूध लेकर पहुंचने लगे। इस दौरान नागों को मंत्र उच्चारण कर बिल से बाहर बुलाने के लिए गांव से पंडित को भी बुला लिया गया। देखते ही देखते रामधुन और भोले के जयकारों से पहाड़ी गूंजने लगी।
लोग मान रहे देवी-देवता का रूप
पहाड़ी पर पूजा-अर्चना कर रहे लोग इन सांपों को देवी-देवता का रूप मान रहे हैं। लोगों का कहना है कि ये सांप सुबह और शाम के वक्त ही दर्शन देते हैं। सांपों के पहाड़ी पर रहने से गांव पर कभी कोई संकट नहीं आएगा।
सांपों को बाहर बुलाने के लिए कराई पूजा
सांपों को बाहर बुलाने के लिए गांव के पंडा जतन सिंह ने मंत्रों का उच्चारण किया। इसी बीच लोगों ने ढोल, मंजीरे व घंटी बजाई और शिव के जयकारों से पूरी पहाड़ी गूंज उठी। काफी देर चले इस हवन और पूजन के बाद सांपों ने बिल से बाहर निकलकर लोगों को दर्शन दिए। सांप काफी देर तक पहाड़ी पर घूमते रहे, जिनकी लोगों ने फोटो भी क्लिक कीं।
कुछ लोग इस मान रहे हैं रहस्य
पहाड़ी के पास बसे ग्रामीण नागलोक को लेकर अलग-अलग तर्क दे रहे हैं। कुछ लोगों का मानना है कि पहाड़ी पर शिव का कोई रहस्य दबा होगा, ये सांप उसी की रक्षा कर रहे हैं। दूर-दूर से लोग नागदेवता के दर्शन के लिए यहां पहुंच रहे हैं। लोगों का मानना है कि एक साथ इतने सांपों के दर्शन बहुत शुभ होते हैं। इनके दर्शन के बाद मांगी गई मन्नत पूरी होती है।