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प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए नया कैम्पेन, हर महीने 9 तारीख को फ्री में जांच


नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22वीं बार मन की बात की। रविवार को उन्होंने रियो ओलिंपिक में गए खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया। साथ ही, बारिश और बाढ़ के कारण होने वाली बीमारियों को लेकर देशवासियों को सचेत किया। वहीं, प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए नए कैम्पेन का एलान किया। बता दें कि पहली बार पीएम ने 3 अक्टूबर 2014 को देश की जनता से रेडियो के जरिए मन की बात की थी। 

 

कहा-प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का लाभ उठाएं प्रेग्नेंट महिलाएं...

-मोदी ने कहा,''प्रेग्नेंट माताओं की चिंता सताती है। हर साल 3 करोड़ महिलाएं प्रेग्नेंट होती हैं। लेकिन प्रसव के दौरान कई मां-बच्चे की मौत होती है।''

- ''हालांकि, इस दर में अब कमी आई है। लेकिन हम अभी भी कई लोगों का जीवन बचा नहीं पा रहे हैं।''

- ''सरकार ने कुछ महीनों से एक नया कैम्पेन शुरू किया है। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, इसका लाभ उठाएं।

'' हर महीने 9 तारीख को सरकारी अस्पताल में नि:शुक्ल जांच की जाएगी। हर गरीब से आग्रह है कि इस सेवा का लाभ उठाएं, ताकि कोई तकलीफ हो तो पहले से ही उपाय किया जा सकता है।''

- '' इसके साथ ही उन्होंने कहा, क्या मेरे डॉक्टर्स 12 दिन साल में गरीबों के लिए ये काम नहीं कर सकते? उम्मीद है कि और डॉक्टर्स जुड़ेंगे।''

 

कहा- बारिश के मौसम में बीमारियों से रहें सतर्क

- ''कुछ समय पहले अकाल की चिंता कर रहे थे। अब बारिश और बाढ़ की खबरें आ रही हैं।''

''कुछ कठिनाइयां होने के बावजूद बारिश से मन पुलकित हो जाता है। कभी-कभी इससे बीमारी होती है। लेकिन अगर हम जागरूक रहें, सतर्क रहें तो बचने के रास्ते आसान है।''

- ''डेंगू से बचा जा सकता है। स्वास्थ्य पर ध्यान रहे। बच्चों पर ध्यान रहे।''

- ''डेंगू सुखी-समृद्ध इलाके में सबसे पहले आता है। गरीब बस्तियों में होता है ये सोच नहीं होनी चाहिए।''

- ''हमें चलते-फिरते एंटीबायोटिक लेने की आदत है। ये गंभीर बीमारी पैदा कर सकती है। डॉक्टर्स की सलाह के बिना इसे न लें।''

- ''हम शॉर्टकट के रास्ते पर न चलें। अनाप-शनाप यूज के कारण इसके जीवाणु इन दवाओं के आदी बन जाते हैं।''

- ''डॉक्टर्स के अनुसार, एंटीबॉयोटिक लीजिए। कोर्स पूरा कीजिए। बीच में न छोड़ें और न आवश्यकता से ज्यादा लें। यह जीवाणु के फायदे में चला जाता है।''

- ''एंटीबायोटिक दवाइयों के पत्ते पर इसे खाने को लेकर सचेत किया जाता है। उस पर ध्यान दीजिए।''

 

पीएम बोले- फ्यूचर टेक्नोलॉजी के हाथ में

- इस दौरान अंकित नाम के एक शख्स ने मोदी से पूछा- अब्दुल कलाम के सपनों को सच करने के लिए सरकार क्या कर रही है?

- विज्ञान और तकनीक की बात आती है तो हमें कलाम साहब याद आते हैं। 

- ''टेक्नोलॉजी बदलती है। आप इसे पकड़ नहीं सकते है।''

- ''हमें अगर कदम मिलाना है तो रिसर्च और इनोवेशेन पर ध्यान देना होगा। ये टेक्नोलॉजी का प्राण है।

- ''अटल इनोवेशन मिशन के तहत सरकार इनोवेशन को आगे बढ़ा रही है। दस करोड़ की रकम देने के बारे में सोचा है।''

- ''वहीं, अटल ग्रैंड चैलेंज योजना के तहत आप समाधन के लिए टेक्नोलॉजी के रास्ते खोजिए। भारत सरकार आपकी खोज को पुरस्कार देकर बढ़ावा देगी।''

 

 

मोदी ने कहा- खिलाड़ी रातोंरात नहीं बनते

- रियो गए खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए मोदी ने कहा, ''खिलाड़ी रातोंरात नहीं बनते। हम सभी देशवासी खिलाड़ियों को सपोर्ट करें।''

- ''इन खिलाड़ियों का संदेश पहुंचाने के लिए देश का पीएम पोस्टमैन बनने के लिए तैयार है। आप ऐप पर शुभकामना भेजिए। मैं पहुंचाऊंगा।''

- इस दौरान पंजाब के सूर्य प्रकाश की कविता पढ़ी। इसमें कहा- रियो में ध्वज लहराओ।

- बता दें कि इससे पहले मोदी ने दिल्ली में रॉन फॉर रियो रैली को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस साल 119 एथलीट्स को शुभकामना दें। अगली बार 200 से ज्यादा भेजेंगे। 

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