यूएस ने भाारत को पाक के खिलाफ दिए सबूत, आतंकियों से बात कर रहे थे बॉर्डर पार बैठे हैंडलर्स
पठानकोट हमले के मामले में अमेरिका ने भारत को पाकिस्तान के खिलाफ अहम सबूत दिए हैं। अमेरिका ने भारत की नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) को एक हजार पन्नों का डोजियर सौंपा है। इसमें जैश-ए-मोहम्मद के हैंडलर काशिफ जान और 4 फिदायीन के बीच बातचीत दर्ज थे। बता दें कि जनवरी में पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले में 7 जवान शहीद हुए थे। हमले का मास्टरमाइंड मसूद अजहर था जो जैश-ए-मोहम्मद का सरगना है। उसे 1999 के कंधार प्लेन हाईजैक केस में पैसेंजरों की रिहाई के बदले भारत ने छोड़ा था। मुंबई हमले से पहले भी लश्कर आतंकियों की हुई थी बातचीत...
- अमेरिकी डोजियर में पाक आतंकियों और उनके हैंडलर के बीच जिस बातचीत का जिक्र है, वह वैसी ही है, जैसी 2008 में मुंबई हमलों से पहले लश्कर के आतंकियों के बीच हुई थी।
- उस वक्त लश्कर के आतंकी कराची के सुरक्षित ठिकाने पर बैठकर भारत में लोगों को मारने की स्क्रिप्ट लिख रहे थे।
- एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, हमले के दौरान चारों फिदायीन नासिर हुसैन (पंजाब), अबू बकर (गुजरांवाला), उमर फारूक और अब्दुल कयूम (सिंध) 80 घंटे तक पाक में बैठे अपने हैंडलर्स से कॉन्टैक्ट में रहे।
- अमेरिकी अफसरों के मुताबिक, डॉक्युमेंट्स में काशिफ की पाकिस्तान स्थित जैश के हैंडलर्स से एक तय सीमा में बातचीत का ब्योरा भी दर्ज है। फिलहाल, एनआईए इन डॉक्युमेंट्स की जांच कर रही है।
डोजियर से और क्या पता चला?
- इन्वेस्टिगेशन बताती है कि वॉट्सऐप पर चैटिंग करने के अलावा काशिफ एक फेसबुक अकाउंट भी यूज कर रहा था।
- ये फेसबुक अकाउंट उसी नंबर से कनेक्टेड था, जिससे हमलावरों ने एसपी सलविंदर सिंह को किडनैप करते वक्त फोन किया था।
- आतंकियों ने एक अन्य 'मुल्ला दादुल्ला' के फेसबुक अकाउंट से कनेक्ट नंबर पर भी फोन किया था।
- यह अकाउंट भी काशिफ जान ही ऑपरेट करता था और इन्हें पाकिस्तान स्थित टेलिकॉम फर्म (टेलीनॉर एंड टेलीनॉर पाकिस्तान कम्युनिकेशन कंपनी लि. इस्लामाबाद) के आईपी ऐड्रेस का इस्तेमाल करके यूज किया जा रहा था।
- इन फेसबुक पेजों पर जिहादी कंटेंट, वीडियो और कमेंट्स मौजूद हैं। साथ ही, इनमें पाकिस्तान में जैश के आतंकियों को अरेस्ट करने को क्रिटिसाइज किया गया है।
- आतंकियों ने जैश की फाइनेंशियल बॉडी अल-रहमत ट्रस्ट के नंबरों पर भी कॉल किया था। एनआईए ने अमेरिका से इन चैट्स और अकाउंट्स की डिटेल मांगी थी।
अफसरों ने क्या कहा?
- यूएस अफसरों के मुताबिक, "अमेरिका ने भारत से सारी इन्फॉर्मेशन शेयर की है। लेकिन हम फिलहाल उन मोबाइल नंबरों का खुलासा नहीं कर रहे, क्योंकि इसकी जांच चल रही है।"
- अमेरिका ने भारत को ये सबूत म्यूचुअल लीगल असिस्टेंस ट्रीटी (MLAT) के तहत सौंपे हैं।
- अमेरिका की भारत को दी गई इस जानकारी से यूएन सिक्युरिटी काउंसिल में मसूद अजहर को टेररिस्ट साबित करने में आसानी होगी।
कब हुआ पठानकोट हमला और इस केस में अब तक क्या हुआ?
- 2 जनवरी की सुबह 6 पाकिस्तानी आतंकियों ने पठानकोट एयरबेस पर हमला किया। इसमें 7 जवान शहीद हो गए।
- 36 घंटे एनकाउंटर और तीन दिन कॉम्बिंग ऑपरेशन चला।
- हमले का मास्टरमाइंड जैश-ए-मोहम्मद का चीफ मौलाना मसूद अजहर है।
- अजहर को 1999 में कंधार प्लेन हाईजैक केस में पैसेंजरों की रिहाई के बदले छोड़ा गया था।
- भारत ने आतंकियों की उनके हैंडलर्स से बातचीत की कॉल डिटेल्स और उनसे मिले पाकिस्तान में बने सामानों के सबूत पड़ोसी देश को सौंपे हैं।
- पाक मीडिया का दावा है कि मसूद अजहर को हिरासत में लिया जा चुका है। लेकिन पाकिस्तान इससे इनकार कर रहा है।
- इस बीच, भारत-पाक फॉरेन सेक्रेटरी लेवल की 15 जनवरी को जो बातचीत होनी थी, जो नहीं हुई।
- 28 मार्च को पाकिस्तान के पांच मेंबर्स वाली इन्वेस्टिगेशन टीम भी पठानकोट आई थी।
पाकिस्तान ने कहा- पठानकोट हमले में अजहर का हाथ नहीं
- पाकिस्तान भारत से कह चुका है कि उसे जांच में ऐसे सबूत नहीं मिले हैं, जिसके बेस पर उसे आरोपी बनाया जाए।
- भारत का दावा है कि मसूद अजहर ही एयरबेस अटैक का मास्टरमाइंड है। नवाज शरीफ ने खुद नरेंद्र मोदी को फोन कर हमले की जांच में पूरी मदद का भरोसा दिलाया था।
- हालांकि, पाकिस्तान की तरफ से कहा गया है कि भारत ने जो फोन नंबर्स और कॉल डिटेल्स दी थी, उनकी जांच अब तक नहीं की जा सकी है।