आज से भारतीय वायुसेना में शामिल होगा भारत में ही बना तेजस विमान
भारतीय वायुसेना आज बल में दो तेजस विमानों को शामिल कर देश में ही विकसित इस हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) के पहले स्क्वाड्रन का गठन करेगी । सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) पहले दो तेजस विमान भारतीय वायुसेना को सौंपेगी । इससे इस एलसीए का पहला स्क्वाड्रन ‘फ्लाइंग डैगर्स’ 45 , गठित होगा ।
अधिकारियों ने बताया कि दक्षिणी वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन चीफ एयर मार्शल जसबीर वालिया की मौजूदगी में यहां एयरक्राफ्ट सिस्टम टेस्टिंग एस्टेबलिशमेंट (एएसटीई) में एलसीए स्क्वाड्रन को शामिल किये जाने का समारोह आयोजित किया जाएगा । इस समारोह में तेजस विमान संक्षिप्त उड़ान भी भर सकते हैं । पहले दो साल यह स्क्वाड्रन बेंगलुरु में रहेगा । इसके बाद यह तमिलनाडु के सुलूर चला जाएगा ।
बीते 17 मई को तेजस में अपनी पहली उड़ान भरने वाले एयर चीफ मार्शल अरूप राहा ने विमान को बल में शामिल करने के लिए ‘अच्छा’ बताया था । वायुसेना ने कहा है कि इस वित्तीय वर्ष में कुल छह विमान और अगले वित्तीय वर्ष में करीब आठ विमान शामिल करने की योजना है । तेजस अगले साल वायुसेना की लड़ाकू योजना में नजर आएगा और इसे अग्रिम अड्डों पर भी तैनात किया जाएगा। तेजस के सभी स्क्वाड्रन में कुल 20 विमान शामिल किए जाएंगे जिसमें चार आरक्षित रहेंगे ।