उज्जैन में पहली बार आचार्य वर्धमान सागरजी का होगा वात्सल्य वारिधी महोत्सव
उज्जैन। शहर में चारित्र चक्रवर्ती बीसवीं सदी के प्रथम दिगंबराचार्य आचार्य शांतिसागरजी महाराज के पंचम पट्टाधीश आचार्य वर्धमानसागरजी महाराज का बुधवार को तपोभूमि में मंगल प्रवेश होगा। जिसमें 18 मुनि, 18 माताजी, एक छुल्लकजी कुल 33 पिच्छीधारी संत श्री महावीर तपोभूमि में पहुंचेंगे। जिनकी अगवानी स्वयं तपोभूमि प्रणेता मुनि प्रज्ञासागरजी महाराज ससंघ सुबह 7 बजे तक्षशीला स्कूल पर पहुंचकर करेंगे।
मीडिया प्रभारी सचिन कासलीवाल के अनुसार आज सुबह आचार्य और मुनिराज का भव्य मिलन होगा। जिसे देखने के लिए देशभर से लोग पहुंच हैं। बैंड बाजे, धर्मध्वजा के साथ श्री महावीर तपोभूमि के लिए चल समारोह निकलेगा। इस दौरान 27 परिवारों द्वारा 27 थालों में पाद प्रक्षालन होगा और संपूर्ण आचार्यसंत की आहारचर्या भी श्री महावीर तपोभूमि में होगी। तत्पश्चात दोपहर 1 बजे आचार्यश्री के सानिध्य में कार्यक्रम होंगे। जिसमें वात्सल्य वारिधी महोत्सव विनयांजलि सभा आचार्य भगवान के प्रवचन मुनिश्री द्वारा विनयांजलि, प्रज्ञा कलामंच, पुष्प् मंच द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति, 27 शास्त्र भेंट, 27 दीपों से महाआरती आचार्य की होगी। आचार्य श्री वर्धमानसागरजी का उज्जैन में यह पहला भव्य मंगल प्रवेश जैनाचार्यों की यादगार के रूप में जाना जाएगा। श्री महावीर तपोभूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष अशोक जैन चायवाला, महेश जैन, पवन बोहरा, सुनील ट्रांसपोर्ट, धर्मेन्द्र सेठी, राजेन्द्र लुहाड़िया, विनीता कासलीवाल, रूबी जैन, सुगनचंद सेठी, फूलचंद छाबड़ा, डाॅ. नेमीचंद जैन, इंदरमल जैन, महेन्द्र रांवका, अमृतलाल जैन, ओमप्रकाश जैन, सुशील गोधा, संजय बड़जात्या, राजकुमार सालगिया, धर्मेन्द्र सेठी, देवेन्द्र जैन, हेमंत गंगवाल, भूषण जैन, मिलचंद जैन, तेजकुमार विनायका, महेन्द्र लुहाड़िया, संजय बोहरा, सुधीर चांदवाड़ा, सुनील जैन, निर्मल सेठी, राजेन्द्र बड़जात्या, सोहनलाल जेन, जयेश जैन, धर्मचंद पाटनी, संतोष लुहाड़िया, दीपक जैन, विनोद बड़जात्या, अतुल सौगानी, विकास सेठी, गिरीश बड़जात्या, प्रदीप जैन, रमेश जैन, कमल मोदी, आरसी गंगवाल, बसंत जैन, दिनेश जैन, धीरेन्द्र सेठी, संजय बालमुकुंद जैन, पुष्पराज जैन, सौरभ कासलीवाल, चंदा बिलाला, ज्योति जैन आदि ने समाजजनों से अधिक से अधिक संख्या में कार्यक्रमों में उपस्थित रहने की अपील की है।
राजस्थान में कहा था तपोभूमि पधारें
सचिन कासलीवाल के अनुसार मुनिश्री प्रज्ञासागरजी महाराज कुछ वर्ष पहले वर्धमानसागरजी महाराज से राजस्थान में मिले थे जहां पर मुनिश्री प्रज्ञासागरजी महाराज ने आचार्यश्री से निवेदन किया था कि वे महावीर तपोभूमि में आपको आना है। उसी तारतम्य में आचार्यवर्धमानसागरजी महाराज महावीर तपोभूमि पहुंच रहे हैं।