62 विधायकों के वोट पा कर राज्यसभा पहुंचे तन्खा, BJP के गोटिया 50 तक ही पहुंचे
भोपाल। मध्य प्रदेश से राज्यसभा की तीन सीटों के लिए शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू हुआ। विधानसभा में सदस्यों की संख्या के मान से दो सीटों पर भाजपा की प्रत्याशी जीत सुनिश्चित मानी जा रही है। जबकि, तीसरी सीट कांग्रेस के विवेक तन्खा ने जीत ली है। तन्खा को कुल 62 वोट मिले हैं। जीत पर खुशी जाहिर करते हुए तन्खा ने कांग्रेस, बसपा और निर्दलीय विधायकों को समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।
विनोद गोटिया ने लगाया तन्खा पर आरोप...
मतदान के बाद भाजपा उम्मीदवार अनिल माधव दवे ने मीडिया से चर्चा में कहा था कि विवाह की तैयारी संपन्न हो गई है, देखते हैं धनुष कौन उठाता है। विधानसभा के समिति कक्ष क्रमांक दो में बनाए गए मतदान केंद्र में विधायकों ने मतदान किया। शाम को पांच बजे जीते हुए उम्मीदवारों के नाम की घोषणा होगी।
गोटिया ने मानी हार
भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी विनोद गोटिया को मात्र 50 वोट ही मिले हैं। गोटिया ने हार स्वीकार करते हुए बसपा पर भ्रष्टाचारियों का साथ देने का आरोप लगाया है। गोटिया ने कहा कि मायावती से ऐसी उम्मीद नहीं थी। तन्खा ने जीत के लिए धनबल का प्रयोग किया है, अब वे मायावती के साथ मिलकर ही काम करें।
एक साथ एक होटल में थे कांग्रेस के विधायक
गौरतलब है कि कांग्रेस विधायकों को एकजुट रखने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ तीन दिनों से भोपाल में डेरा डाले हुए हैं। शुक्रवार रात को उनके निवास पर कांग्रेस विधायकों को भोज दिया गया। इसके बाद सभी विधायक एकसाथ एक होटल में जाकर रुके और सुबह होटल से सीधे विधानसभा वोट डालने के लिए पहुंचे थे। खरीद फरोख्त की आशंका के चलते कांग्रेस अपने प्रत्याशियों के लिए व्हिप पहले ही जारी कर चुकी थी, इसके मद्देनजर पार्टी विधायकों ने अपना चुनाव एजेंट को दिखाकर अपना वोट डाला।
भाजपा के दो विधायकों ने नहीं किया मतदान
230 सदस्यीय विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो विधायक मतदान नहीं कर पाए। पार्टी विधायक राजेंद्र दादू के निधन और देवसर से विधायक राजेंद्र मेश्राम का चुनाव अदालत द्वारा शून्य घोषित किए जाने के कारण ये दोनों वोट नहीं कर पाए। गौरतलब है कि राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अनिल दवे और एमजे अकबर को तथा कांग्रेस ने विवेक तन्खा को अपना प्रत्याशी घोषित किया था। इसके अलावा, भाजपा के प्रदेश महासचिव विनोद गोटिया के निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतारा था।
24 मई को शुरू हुई थी प्रक्रिया
मध्य प्रदेश से राज्यसभा की कुल 11 सीट हैं और तीन सांसद भाजपा के चंदन मित्रा तथा अनिल दवे और कांग्रेस की विजय लक्ष्मी साधौ का कार्यकाल 29 जून को समाप्त हो रहा है। इसलिए तीन सीटों पर द्विवार्षिक चुनाव कराए जा रहे हैं। इसके लिए प्रक्रिया 24 मई को प्रारंभ हुई थी। विधानसभा में मत देने वालों में भाजपा से 164, कांग्रेस के 57, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के चार और तीन निर्दलीय विधायक शामिल थे। बसपा के चारों विधायक कांग्रेस प्रत्याशी को समर्थन देने की घोषणा पहले ही कर चुके थे।