रामबाग में पुलिस की सर्चिंग जारी, मिला रॉकेट लॉन्चर, विस्फोटक अधिनियम के तहत केस दर्ज
मथुरा के जवाहर बाग में हुई हिंसा के बाद पुलिस का सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है. पुलिस को वहां से रॉकेट लॉन्चर मिला है. इस संबंध में पुलिस ने केस भी दर्ज कर लिया है. अवैध कब्जा करने वाले लोगों से हुई इस पुलिस मुठभेड़ में 29 लोग मारे गए थे. छानबीन के दौरान पुलिस को यहां से भारी मात्रा में हथियार मिले थे.
मेड इन यूएसए लिखे इस लॉन्चर पर jeffersonoh1044047 नंबर भी लिखा है. इस लॉन्चर के बरामद होने के बाद बी.डी.एस. टीम के प्रभारी राम पाल सिंह ने थाना सदर बाजार में मुकदमा अपराध संख्या 297/16 पर विस्फोटक अधिनियम की धारा 3/5 में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कर लिया है.
न्यायिक जांच के आदेश
इससे पहले मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस प्रकरण की न्यायिक जांच कराने के आदेश दे दिए. मुख्यमंत्री के आदेश के क्रम में राज्य सरकार ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति मिर्जा इम्तियाज मुर्तजा की अध्यक्षता में एकल सदस्यीय जांच आयोग गठित किया है. आयोग का मुख्यालय लखनऊ में होगा और इसे दो माह के भीतर अपनी जांच पूरी कर शासन को रपट सौंपनी है.
रामवृक्ष यादव का था बड़ा 'गेम प्लान'
वहीं मथुरा हिंसा के मास्टरमाइंड रामवृक्ष यादव को लेकर हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. खबरों की मानें तो अगर और दो महीने तक रामवृक्ष के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई नहीं होती तो उसकी संस्था को जवाहरबाग की 280 एकड़ जमीन कौड़ियों के भाव 99 साल के लिए लीज पर मिलने वाली थी.
'जिंदा है रामवृक्ष'
इसके अलावा रामवृक्ष यादव के वकील ने दावा किया कि जवाहर बाग के दौरान हुई हिंसा में राम वृक्ष यादव की मौत नहीं हुई थी. रामवृक्ष यादव हिंसा के दौरान सिर्फ घायल हुआ था, जिसे कई लोगों के द्वारा हिंसा के वक्त पुलिस लाइन की तरफ से भागते देखा गया. जबकि पुलिस का दावा है कि जवाहर बाग में भड़की हिंसा में रामवृक्ष की मौत हो गई है.