प्रदेश में 5 आई.टी. पार्क बनेंगे
सभी जिले में स्थापित होंगे क्षेत्रीय कम्प्यूटर संवर्धन-केन्द्र
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की परामर्शदात्री समिति की बैठक संपन्न
प्रदेश में पाँच स्थान पर आई.टी. पार्क स्थापित किये जायेंगे। इनमें से चार आई.टी. पार्क का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। ब्लॉक-स्तर तक बढ़ेगी स्वॉन (स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क) की कनेक्टिविटी और सभी जिले में कम्प्यूटर संवर्धन-केन्द्र स्थापित होंगे। यह जानकारी आज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में विभागीय परामर्शदात्री समिति की बैठक में दी गयी।
बतलाया गया कि स्वॉन कनेक्टिविटी संभाग, जिला एवं ब्लॉक-स्तर तक हो जाने से हाई स्पीड डेटा कनेक्टिविटी नेटवर्क की सुविधा ब्लॉक-स्तर तक मिलने लगेगी। स्वॉन परियोजना में प्रदेश में 360 प्वाइंट ऑफ प्रजेन्स केन्द्र स्थापित होंगे।
प्रदेश के नागरिकों को एम.पी. ऑनलाइन एवं लोक सेवा केन्द्रों के जरिये शासन की विभिन्न लोक-सेवाएँ ऑनलाइन प्रदान की जा रही हैं। प्रन्द्रह जिला मुख्यालय में क्षेत्रीय कम्प्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित किये गये हैं। शेष 36 जिले में भी क्षेत्रीय कम्प्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित किये जायेंगे।
प्रदेश के चार स्थान- इंदौर, भोपाल, जबलपुर एवं ग्वालियर में आई.टी. पार्क विकसित किये जा रहे हैं। सागर में पाँचवां आई.टी. पार्क मंजूर किया गया है, जिसका कार्य शीघ्र प्रारंभ होगा। इंदौर के आई.टी. पार्क में टी.सी.एस. और इंफोसिस को जमीन आवंटित की गयी है, जिनका कार्य प्रारंभ हो गया है। विकसित होने वाले आई.टी. पार्क में आई.टी. कम्पनियाँ सॉफ्टवेयर निर्माण, कॉल-सेंटर आदि कार्य प्रारंभ कर सकती हैं। भोपाल के आई.टी. पार्क में 29, इंदौर में 14 एवं जबलपुर में 11 आई.टी. कम्पनी को स्थान दिया जा रहा है।
जानकारी दी गयी कि इलेक्ट्रॉनिक मेन्यूफेक्चरिंग क्लस्टर के लिये भारत में चुने गये 7 स्थान में से दो स्थान मध्यप्रदेश के भोपाल एवं जबलपुर हैं, जहाँ कार्य प्रारंभ हो गया है। फैब पॉलिसी बनाने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है। इससे राज्य में विदेशी आई.टी. कम्पनियों को कार्य करने में मदद मिलेगी।
मंत्री श्री सिंह ने समिति सदस्यों को आश्वस्त किया कि उनसे प्राप्त होने वाले सुझावों पर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी।
बैठक में समिति सदस्य विधायक सर्वश्री पुष्पेन्द्र नाथ पाठक, संजीव छोटे लाल उईके, कमल मर्सकोले, लोकेन्द्र सिंह तोमर एवं बहादुर सिंह चौहान, सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी श्री मनीष रस्तोगी, प्रबंध संचालक राज्य इलेक्ट्रॉनिक विकास निगम श्री एम. सेलवेन्द्रन उपस्थित थे।
आर.एस. पाराशर