नेशनल डी वर्मिंग डे पर बच्चों को खिलाई गई कृमि नाशक
सरोजनी नायडू कन्या शाला में छात्राओं की भागीदारी से हुआ कार्यक्रम
प्रदेश के चयनित जिलों में नेशनल डी वर्मिग डे आज मनाया गया। यह आयोजन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन सहित स्कूल शिक्षा, महिला-बाल विकास और आदिवासी विकास विभाग के सहयोग से हुआ। नेशनल डी वर्मिग डे के राज्य-स्तरीय अभियान का शुभारंभ एक समारोह में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्रीमती गौरी िसंह ने किया। श्रीमती सिंह ने स्थानीय सरोजनी नायडू गर्ल्स स्कूल, शिवाजी नगर में बच्चों को दवा खिलाई।
समारोह में छात्राओं ने भी अभियान के समर्थन में कृमि की हानियाँ बताने वाली काव्य रचनाएँ और स्वास्थ्य-रक्षा और जागरूकता का संदेश देने वाली कहावतें सुनाकर अपनी भागीदारी की। इस अवसर पर एविडेंस एक्शन वाशिंगटन के ग्लोबल टीम रिप्रिजेंटेटिव श्री आस्टिन वाकर भी उपस्थित थे। श्री आस्टिन मध्यप्रदेश में डी वर्मिंग गतिविधियों के टेक्निकल पार्टनर हैं।
अभियान का उददेश्य बच्चों में कृमि नियंत्रण एवं इससे होने वाली आयरन की कमी की रोकथाम करना है। अभियान में प्रदेश के 1 करोड़ 51 लाख 1 हजार 901 बच्चों को एक ही दिन दवा खिलाने का लक्ष्य है। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अंतर्गत प्रदेश के एक से 19 वर्ष तक के बच्चों का कृमिनाशन उन्हें गोलियों का सेवन कराकर किया जा रहा है। यह कार्यक्रम जिलों में शासकीय, शासकीय अनुदान प्राप्त शालाओं, आदिवासी आश्रम शालाओं तथा आँगनवाड़ी केन्द्रों के जरिये किया जा रहा है।
आज कुल 1 लाख 21 हजार 211 प्रायमरी, माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शालाओं के बच्चों को दवा खिलाई जा रही है। इसके अलावा 63 हजार 832 आँगनवाड़ी केन्द्रों के बच्चों को भी एल्बेण्डाजोल गोली खिलाई जा रही है। प्रदेश के तीन जिलों भोपाल, रायसेन तथा सागर से प्रायवेट शालाओं में पढ़ने वाले बच्चों को भी इसमे शामिल किया गया है।
अभियान में एक से 2 वर्ष तक के बच्चों को एल्बेण्डाजोल की आधी गोली चूरा करके देने और 2 से अधिक 19 वर्ष तक के बच्चों को यही गोली 400 मि.ग्राम की चबाकर खिलाने की व्यवस्था है। शालाओं एवं आँगनवाड़ी केन्द्रों पर यह गोली उपस्थित कर्मचारियों की निगरानी में खिलाने के निर्देश हैं।
अभियान के दौरान छूटे हुए बच्चों को यही गोली 15 फरवरी को मॉप अप दिवस पर खिलाई जायेगी। स्कूलों एवं आँगनवाड़ी केन्द्रों मे नेशनल डी वर्मिग डे पर एलबेण्डाजोल संस्पेंशन गोली, ओआरएस के पेकेट, डोमपेरडॉन टेबलेट, डाइसइक्लोमिन टेबलेट, पेरासिटेमाल तथा सीपीएम टेबलेट आदि की व्यवस्था भी रहेगी। इनका किसी प्रतिकूल स्थिति आने पर उपयोग किया जा सकेगा।
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के लिए शामिल जिलों में भोपाल, रायसेन, होशंगाबाद, हरदा, बैतूल, सीहोर,विदिशा, राजगढ़, इंदौर, झाबुआ, बड़वानी, बुरहानपुर, धार, अलीराजपुर, खण्डवा, खरगौन, उज्जैन, देवास, नीमच, मंदसौर, रतलाम, शाजापुर, आगर-मालवा, सीधी, सिंगरौली, अनूपपुर, शहडोल, सागर, जबलपुर, बालाघाट, सिवनी, मण्डला, डिण्डोरी, नरसिंहपुर, ग्वालियर, गुना, अशोकनगर, भिण्ड, मुरैना, श्योपुर, एवं शिवपुरी शामिल हैं। शेष 10 जिलों उमरिया, रीवा, सतना, कटनी, छिन्दवाड़ा, टीकमगढ़, पन्ना, दमोह, छतरपुर एवं दतिया में गत माह फाइलेरिया कार्यक्रम के जरिये कृमिनाशन किया गया था। इन जिलों में छूटे हुए बच्चों को दवा खिलाई जायेगी।
प्रमुख सचिव श्रीमती गौरी सिंह ने इस अवसर पर विद्यालयीन पत्रिका 'सरोजनी'' का विमोचन किया। चित्रकला प्रतियोगिता की विजेता छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य आयुक्त श्री पंकज अग्रवाल, नेशनल हेल्थ मिशन म.प्र. की डायरेक्टर श्रीमती जयश्री कियावत, एकीकृत बाल विकास आयुक्त श्रीमती पुष्पलता सिंह, स्थानीय पार्षद श्री मोनू गोहल उपस्थित थे।
अशोक मनवानी