पर्यटन वर्ष में मिलेंगे प्रदेश में पर्यटन को नये आयाम
मुख्यमंत्री चौहान ने हनुवंतिया में बतायी कार्य-योजना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज हनुवंतिया में मंत्री-परिषद की बैठक के पश्चात पर्यटन क्षेत्र में बहुआयामी योजनाओं को शुरू करने की घोषणा की। इसके अंतर्गत वन एवं राजस्व क्षेत्र में पर्यटन केन्द्रों के विकास, मध्यप्रदेश में वाईल्ड लाइफ पर्यटन को बढ़ावा, बीहड़ क्षेत्र में पर्यटन संभावनाओं के विकास, प्रदेश की मार्केटिंग और ब्राण्डिंग के लिये हनुवंतिया टापू की तरह अन्य स्थलों के विकास, विश्व धरोहर के स्थानों पर नई सुविधाओं के विकास और नये टूरिस्ट सर्किट बनाने के कार्य प्रमुख होंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देशी-विदेशी पर्यटकों को लुभाने के लिये सोशल मीडिया का भी भरपूर उपयोग किया जायेगा। पर्यटन के लिये परिवहन साधनों को और बढ़ाने के लिये वोल्वो बसों की तरह परिवहन साधन संचालित होंगे, जिनसे पर्यटकों को कम खर्च पर पर्यटन स्थलों तक आने-जाने की सुविधा मिलेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पर्यटन के विकास के लिये इन सभी कार्यों को सुविचारित तरीके से लागू किया जायेगा। इसके लिये विमानन, संस्कृति, जल संसाधन, ग्रामीण विकास, नगरीय विकास और पर्यावरण, लोक निर्माण, नर्मदा घाटी विकास, परिवहन और वन जैसे विभाग सक्रिय भूमिका निभायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हनुवंतिया और अन्य जल पर्यटन के स्थानों पर स्विस कॉटेज की सुविधा मिलने से पर्यटक इन स्थान पर न सिर्फ आना चाहेंगे, बल्कि एक या दो दिन रुककर प्राकृतिक सौन्दर्य का पूरा आनन्द भी ले सकेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कृषि के बाद पर्यटन मध्यप्रदेश को राष्ट्रीय नक्शे पर न केवल पुरस्कार और सम्मान दिलवायेगा, अपितु पर्यटन क्षेत्रों के आर्थिक हालात बदलने में भी मददगार बनेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पर्यटन से रोजगार के साधनों को बढ़ाने पर अधिक ध्यान दिया जायेगा।
मध्यप्रदेश में पर्यटन विकास का एक महत्वपूर्ण पहलू ग्रामीण पर्यटन का विकास भी होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे पर्यटन स्थलों पर विभिन्न उत्सव और महोत्सव के आयोजन से पर्यटन को भरपूर बढ़ावा दिया जायेगा। पर्यटन स्थलों पर स्वच्छता अभियान के जरिये नगरपालिका और ग्राम पंचायतों को जोड़ा जायेगा। उत्कृष्ट कार्य करने वाली नगरपालिका और ग्राम पंचायत को पुरस्कृत किया जायेगा। हर 50 किलोमीटर पर मिड-वे ट्रीट खोले जायेंगे, जहाँ पर्यटक चाय-नाश्ता कर सकेंगे। यहाँ जन-सुविधाएँ भी उपलब्ध रहेंगी। श्री चौहान ने कहा कि होम स्टे योजना भी बनाई जायेगी। इसके जरिये स्थानीय लोग पर्यटकों को अपने घरों में ठहरा सकेंगे। इससे स्थानीय लोगों की आय बढ़ेगी। मध्यप्रदेश में होटलों की संख्या दुगुनी की जायेगी। इसमें पर्यटन सहित अन्य निवेशकों को मौका दिया जायेगा। पुरानी इमारतों को हेरिटेज लुक देकर पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित किया जायेगा। इसके लिये ऑनलाइन बिड लगाने की प्रक्रिया प्रारंभ की जायेगी।
अशोक मनवानी/दुर्गेश रायकवार