महिलाओं-बच्चों से जुड़ी सेवाओं पर पहले वेब पोर्टल ई-संचायिका का मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पण
महिला-बाल विकास विभाग द्वारा बनाये गये ई-संचायिका वेब पोर्टल का आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकार्पण किया। यह प्रदेश का पहला वेब पोर्टल है, जो मुख्यत: स्वास्थ्य और पोषण संबंधी जानकारियों पर केन्द्रित है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विभाग के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इससे स्वास्थ्य और पोषण से जुड़ी जानकारी लोगों को आसानी से प्राप्त हो सकेगी। इस मौके पर महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह भी उपस्थित थीं। वेब पोर्टल को एकीकृत बाल विकास संचालनालय ने तैयार किया है।
ई-संचायिका वेब पोर्टल के 5 भाग हैं। इसमें ई-लायब्रेरी चेप्टर में ई-बुक, संदर्भ, आईईसी और प्रशिक्षण सामग्री के साथ ही वीडियो और फोटो भी उपलब्ध रहेंगे। इसमें पोषण, स्वास्थ्य, स्वच्छता, शिक्षा और विकास से जुड़े मुद्दों पर अन्य विभाग की एवं अशासकीय संस्थाओं की आईईसी सामग्री को उपलब्ध करवाया जायेगा। इस पर विभाग के प्रकाशन, आँगनवाड़ी न्यूज लेटर के नये और पुराने अंक भी देखे जा सकते हैं। जागरूकता और प्रशिक्षण संबंधी ऑडियो-वीडियो संग्रह को प्ले और डाउनलोड भी किया जा सकता है। विभिन्न गतिविधि से संबंधित छायाचित्र भी इसमें संकलित रहेंगे।
ई-लर्निंग परस्पर सीखने और जानकारियों के आदान-प्रदान का ऑनलाइन मंच है। इसमें पूछो और जानो, खेलो और सीखो और व्यंजन विधियों संबंधी जानकारियों का संकलन रहेगा। इसके जरिये उपयोगकर्ता स्वास्थ्य पोषण विकास की व्यक्तिगत स्थिति की जानकारी ले सकता है। साथ ही इससे संबंधित प्रश्नों के उत्तर भी जान सकेगा। महिलाओं, बच्चों और किशोरियों की पोषण आवश्यकता को ध्यान में रखकर व्यंजन विधियाँ भी दी गयी हैं।
पोर्टल के ई-चर्चा चेप्टर में पोषण और स्वास्थ्य से जुड़े अनुभव और ज्ञान का आदान-प्रदान किया जा सकता है। इसमें विभाग के मैदानी अमले द्वारा किये जा रहे नवाचार, विशेष प्रयास और सफलता की जानकारी और फोटो उपलब्ध रहेगी। इसमें विषय-विशेषज्ञों से चर्चा कर स्वास्थ्य पोषण एवं विकास के मुद्दे पर उनके विचार जान सकते हैं और समाधान भी कर सकते हैं।
मीडिया अपडेट चेप्टर में पोषण, स्वास्थ्य, मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं देखभाल पर आधारित आलेखों का संकलन किया जायेगा। इसमें संदर्भ सामग्री भी उपलब्ध रहेगी।
आगामी कार्यक्रम चेप्टर में विभाग द्वारा किये जाने वाले आयोजन, कार्यक्रम की रूपरेखा के साथ ही पॉवर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण, माड्यूल आदि की जानकारी रहेगी। वेब पोर्टल के जरिये सुझाव भी दिये जा सकेंगे।
ई-संचायिका का उपयोग आमजन के अलावा लक्षित हितग्राही, जन-प्रतिनिधि, विषय-विशेषज्ञ, नीति निर्माता, शोधार्थी, अशासकीय संस्था के साथ ही अन्य विभाग भी कर सकते हैं।
मनोज पाठक