केन्द्रीय मंत्री अनंत गीते से मुख्यमंत्री ने की म.प्र. के मुद्दों पर चर्चा
केन्द्रीय मंत्री ने कहा प्रदेश को मिलेगा सकारात्मक सहयोग
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आज यहाँ निवास पर केन्द्रीय भारी उद्योग मंत्री श्री अनंत गीते ने भेंट की। उन्होंने भारी उद्योग मंत्रालय से संबधित मध्यप्रदेश के प्रस्तावों पर विस्तार से चर्चा की।
गीते ने चौहान के प्रस्तावों से सहमत होते हुए सकारात्मक समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि केन्द्र की ओर से इंदौर में रोजगार देने वाली पूरी तरह आटोमेटिक आटो हब स्थापित करने की पहल हो रही है । इंदौर एवं पीथमपुर क्षेत्र इसके लिये सर्वाधिक उपयुक्त है। उन्होंने कहा कि केन्द्र की ओर से मध्यप्रदेश के प्रस्तावों को हरसंभव सहयोग दिया जायेगा।
मध्यप्रदेश के मुद्दों पर हुई चर्चा
चौहान ने इंदौर-पीथमपुर में आटो टेस्टिंग ट्रेक की स्थापना के बाद शेष बची जमीन को राज्य सरकार को वापस करने का आग्रह किया। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने जितनी जमीन उपलब्ध करवाई थी उससे कम जमीन पर यह ट्रेक व्यवस्थित रूप से संचालित है। श्री चौहान ने श्री गीते को बताया कि शेष जमीन वापस मिलने पर यहाँ जापान की कंपनियों के लिये विशेष इंडस्ट्रियल टाउनशिप का विकास किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने भेल भोपाल की 2500 एकड़ जमीन के उपयोग के संबंध में भी प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि यदि भेल निकट भविष्य में अपनी इकाई का विस्तार नहीं कर रहा है तो राज्य सरकार इस जमीन पर इंडस्ट्रियल टाउन बनाने की इच्छुक है। उन्होंने कहा कि राज्य ने एम्स के लिये भी जमीन उपलब्ध करवाई है। उन्होंने कहा कि सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग की स्थापना के लिये भेल की दस एकड़ जमीन मिलने से केन्द्र सरकार के लिये भी संस्थान की स्थापना का काम आसान हो जायेगा। श्री चौहान ने माइक्रो, स्माल एण्ड मीडियम इंटरप्राइज टूल रूम की स्थापना के लिये भी 25 एकड़ जमीन वापस दिलाने का आग्रह किया।
चौहान ने भेल से जुड़े अन्य मुद्दों की ओर केन्द्रीय मंत्री का ध्यान आकर्षित करते हुए बताया कि यहाँ स्थापित एन्सीलरी इकाइयों को नया जीवन देने के लिये 32 एकड़ जमीन राज्य के उद्योग विभाग को वापस मिलने से एन्सीलरी इकाइयों के लिये उसका सदुपयोग हो सकेगा।
इस अवसर पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव, राजस्व मंत्री रामपाल सिंह, सांसद आलोक संजर, महापौर आलोक शर्मा, विजेश लूनावत, सचिव मुख्यमंत्री विवेक अग्रवाल, आयुक्त उद्योग वी.एल.कान्ताराव भी उपस्थित थे।
ए.एस.