प्रदेश के युवा कलाकारों की प्रतिभा बेमिसाल
राज्य स्तरीय युवा महोत्सव का समापन हुआ। मानव संग्रहालय में समापन समारोह के मुख्य अतिथि जल संसाधन मंत्री श्री जयंत मलैया एवं राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष श्री बाबूलाल जैन ने राज्य स्तर पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान हासिल करने वाली प्रतिभाओं को सम्मानित किया। उत्सव में प्रदेश के 10 संभाग के कलाकारों ने 18 विभिन्न विधा में प्रस्तुति देकर दर्शकों का दिल जीत लिया।
राज्य स्तरीय युवा उत्सव में प्रथम स्थान पाने वाले कलाकार रायपुर (छत्तीसगढ़) में राष्ट्रीय युवा उत्सव में भागीदारी करेंगे।
शानदार प्रस्तुति
समापन में उज्जैन संभाग की बालिकाओं ने मालवी ब्याह पर केन्द्रित लोक नृत्य, उज्जैन के कलाकारों ने लोकगीत और रीवा (सतना) संभाग की कु. प्रीति सिंह ने भरतनाट्यम की प्रस्तुति दी।
वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया ने कहा कि प्रदेश में युवा प्रतिभाओं की कमी नहीं है। उन्होंने कलाकारों द्वारा प्रस्तुत मालवी लोक नृत्य, लोकगीत और एकल कत्थक नृत्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि उत्सव के दौरान प्रदेश के जो कलाकार अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन से सम्मानित हुए वे बधाई के पात्र हैं।
श्री बाबूलाल जैन ने कहा कि सांस्कृतिक विविधताओं के देश में मध्य प्रदेश की अलग पहचान है। संचालक खेल और युवा कल्याण श्री उपेन्द्र जैन ने बताया कि दो दिवसीय युवा उत्सव में प्रदेश के दस संभाग के करीब 650 कलाकार ने 18 विभिन्न विधा में प्रस्तुति दी।
सम्मानित प्रतिभाएँ
युवा उत्सव में मृदंगम में इंदौर संभाग के रविराज पंवार प्रथम, उज्जैन के राम दुलारे द्वितीय एवं ग्वालियर संभाग के श्री सलीम कुरैशी तृतीय रहे। तबला वादन में जबलपुर के हर्षित सोनी प्रथम, सागर के गगन राज द्वितीय और चम्बल संभाग के सद्दाम वारसी तृतीय रहे। गिटार वादन में प्रथम स्थान भोपाल के अम्बरीश कालेले, द्वितीय स्थान सागर की भावना सोनी और तृतीय स्थान जबलपुर के गीतेश यादव ने प्राप्त किया। बांसुरी वादन में भोपाल के सुमित प्रथम, ग्वालियर के गौरव सिंह द्वितीय और उज्जैन संभाग के देवांशु यादव तृतीय रहे। हारमोनियम में उज्जैन के परमानंद गंधर्व ने पहला, भोपाल के अमल मलक ने दूसरा और सागर संभाग के रामू विश्वकर्मा ने तीसरा स्थान हासिल किया। सितार वादन में ग्वालियर संभाग के अनुराग बंसल प्रथम और उज्जैन संभाग के ललित मोदी द्वितीय रहे। वीणा वादन में भोपाल के श्री निनाद अधिकारी ने प्रथम स्थान अर्जित किया।
शास्त्रीय गायन (हिन्दुस्तानी) में ग्वालियर की सुश्री रागनी देवले ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। उज्जैन संभाग के प्रसन्नजीत भावक और भोपाल की के. वाणी राव ने द्वितीय एवं तृतीय स्थान अर्जित किया। भरतनाट्यम में प्रथम स्थान भोपाल की सुप्रिया मंत्री, द्वितीय जबलपुर के अजित डोले और तृतीय स्थान रीवा संभाग की ऋतायंती चौधरी ने हासिल किया। कत्थक नृत्य में रीवा की प्रीति सिंह प्रथम, उज्जैन की रवीना भट्ट द्वितीय और इंदौर संभाग की आयुषी दीक्षित तृतीय स्थान पर रही। ओडिसी नृत्य के लिए इंदौर की अनुषा जैन को प्रथम और जबलपुर की अंकिता किनारा को द्वितीय स्थान के लिए सम्मानित किया गया। कुचीपुड़ी नृत्य में प्रथम स्थान जबलपुर के अमित डोले, द्वितीय स्थान भोपाल की मालविका पिल्लई और तृतीय स्थान रीवा की एस. साई शिवानी ने अर्जित किया। मणिपुरी नृत्य में जबलपुर की गरिमा पटवा को प्रथम और उज्जैन के जितेन्द्र कौशल को द्वितीय स्थान मिला।
इसी तरह वक्तृत्व कला की प्रस्तुति के लिए पहला स्थान ग्वालियर की आध्या दीक्षित, द्वितीय स्थान उज्जैन के अभ्यंक शुक्ला और तृतीय स्थान भोपाल के नीलेश तिवारी को प्राप्त हुआ।
एकांकी नाटक में इंदौर संभाग प्रथम, भोपाल संभाग द्वितीय और उज्जैन संभाग तृतीय स्थान पर रहा। समूह लोक नृत्य में उज्जैन संभाग प्रथम, सागर द्वितीय और ग्वालियर संभाग तृतीय स्थान पर रहा। लोकगीत में उज्जैन प्रथम, सागर द्वितीय और ग्वालियर संभाग तृतीय रहा।
समारोह में मिमिक्री में प्रथम ग्वालियर के विकास सिंह, द्वितीय इंदौर के विकास राठौर और तृतीय जबलपुर की कु. अकांक्षा रही। चित्रकला में विजय गहरवार भोपाल प्रथम, पलाश अवस्थी सागर द्वितीय एवं तुलाराम पंचेश्वरी रीवा तृतीय स्थान पर रहे। मूर्तिकला में शहडोल संभाग के रंजीत यादव को प्रथम, सागर के प्रवीण विश्वकर्मा तथा ग्वालियर संभाग के विकास धवन को तृतीय स्थान मिला।
दिनेश मालवीय