तय समय पर विदेश से न लौटे अफसर तो जाएगी नौकरी
विदेशी दौरे पर जाने वाले आईएएस, आईपीएस एवं आईएफएस यदि तय समय पर नहीं लौटते हैं, तो उनकी नौकरी चली जाएगी। केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय (डीओपीटी) ने मुख्य सचिव अंटोनी डिसा को पत्र लिखकर ऐसे अफसरों के नाम मांगे हैं, जो लंबे समय से विदेश दौरे पर हैं और समय समाप्त होने के बाद भी लौटे नहीं हैं। डीओपीटी ने स्पष्ट किया है कि पूर्व में विदेश पर जाने वाले अफसरों को तय समय बाद 1 वर्ष तक का अतिरिक्त समय दिया जाता था, लेकिन अब इसे 1 माह कर दिया गया है।
इस दौरान न लौटने वाले अफसर को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाएं। यदि जवाब संतोषजनक न हो तो अधिकारी का डीम्ड इस्तीफा मानकर नौकरी से निकालने की कार्रवाई करें। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार की जानकारी में यह बात आई है कि आला अफसर स्टडी लीव के नाम पर विदेश दौरे पर जाते हैं, लेकिन समय पूरा होने के बाद भी लौटते नहीं है।
इसके चलते अफसरों की कमी के कारण सरकार का काम-काज प्रभावित होता है। अफसरों के इस मनमाने रवैए पर रोक लगाने के लिए डीओपीटी ने कड़ा कदम उठाते हुए यह दिशा निर्देश जारी किए हैं। इसके अनुसार अब ऐसे अफसर को निर्धारित अवधि तक न लौटने के बाद एक माह का और इंतजार करने के बाद संबंधित राज्य सरकार द्वारा ऐसे विदेश गए अफसर को कारण बताओ नोटिस जारी कर इसकी जानकारी डीओपीटी को देगी।
आईएएस यादव की जा चुकी है नौकरी
मप्र कैडर के आईएएस अनिल यादव स्टडी लीव लेकर विदेश गए थे, लेकिन लौटे ही नहीं। तत्कालीन नियमों के हिसाब से यादव के विदेश दौरे की अवधि समाप्त होने के एक वर्ष बाद राज्य सरकार ने उन्हें नोटिस दिया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। हालांकि राज्य सरकार ने दो वर्ष तक यादव के जवाब का इंतजार किया था। इसके बाद राज्य सरकार ने बगैर बताए सेवा से अनुपस्थित होने के मामले की जानकारी डीओपीटी को भेजकर उनका डीम्ड इस्तीफा मंजूर करने को कहा। केन्द्र की मंजूरी के बाद राज्य सरकार ने यादव को नौकरी से हटा दिया।
इस दौरान न लौटने वाले अफसर को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाएं। यदि जवाब संतोषजनक न हो तो अधिकारी का डीम्ड इस्तीफा मानकर नौकरी से निकालने की कार्रवाई करें। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार की जानकारी में यह बात आई है कि आला अफसर स्टडी लीव के नाम पर विदेश दौरे पर जाते हैं, लेकिन समय पूरा होने के बाद भी लौटते नहीं है।
इसके चलते अफसरों की कमी के कारण सरकार का काम-काज प्रभावित होता है। अफसरों के इस मनमाने रवैए पर रोक लगाने के लिए डीओपीटी ने कड़ा कदम उठाते हुए यह दिशा निर्देश जारी किए हैं। इसके अनुसार अब ऐसे अफसर को निर्धारित अवधि तक न लौटने के बाद एक माह का और इंतजार करने के बाद संबंधित राज्य सरकार द्वारा ऐसे विदेश गए अफसर को कारण बताओ नोटिस जारी कर इसकी जानकारी डीओपीटी को देगी।
आईएएस यादव की जा चुकी है नौकरी
मप्र कैडर के आईएएस अनिल यादव स्टडी लीव लेकर विदेश गए थे, लेकिन लौटे ही नहीं। तत्कालीन नियमों के हिसाब से यादव के विदेश दौरे की अवधि समाप्त होने के एक वर्ष बाद राज्य सरकार ने उन्हें नोटिस दिया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। हालांकि राज्य सरकार ने दो वर्ष तक यादव के जवाब का इंतजार किया था। इसके बाद राज्य सरकार ने बगैर बताए सेवा से अनुपस्थित होने के मामले की जानकारी डीओपीटी को भेजकर उनका डीम्ड इस्तीफा मंजूर करने को कहा। केन्द्र की मंजूरी के बाद राज्य सरकार ने यादव को नौकरी से हटा दिया।