पर्यटन क्षेत्र में रोजगार सृजन के व्यापक अवसर
प्रदेश में केन्द्रीकृत टूरिस्ट ट्रेकिंग सिस्टम बनेगा
उज्जैन । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में केन्द्रीकृत टूरिस्ट ट्रेकिंग सिस्टम बनाया जायेगा। इसके जरिये प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की सुख-सुविधाओं का ध्यान रखा जायेगा और उनकी कठिनाइयों को दूर करने की केंद्रीकृत व्यवस्था की जायेगी। उज्जैन में अगले वर्ष सिंहस्थ आयोजित हो रहा है, जिसमें देश-विदेश से पाँच करोड़ श्रद्धालु आयेंगे। इसी दौरान वैचारिक महाकुंभ होगा, जिसमें दुनिया भर से आये विद्वान मानव-कल्याण और पर्यावरण संरक्षण पर विचार-विमर्श करेंगे तथा सिंहस्थ घोषणा-पत्र जारी होगा।
प्रदेश में प्रशिक्षित गाइड्स उपलब्ध करवाने के लिये वृहद प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जायेगा। पर्यटन स्थलों पर विभिन्न भाषाओं के जानकार गाइड्स उपलब्ध रहेंगे। मध्यप्रदेश पर्यटन की दृष्टि से अदभुत प्रदेश है। यहाँ वन्य-जीवन, धार्मिक और हेरिटेज पर्यटन में व्यापक संभावनाएँ हैं।
प्रदेश के पर्यटन उद्योग में रोजगार-सृजन के व्यापक अवसर हैं। प्रदेश की विकास दर और कृषि विकास दर देश में सर्वाधिक है। प्रदेश में रोड कनेक्टिविटी बेहतर है तथा चौबीस घंटे विद्युत आपूर्ति उपलब्ध है। प्रदेश में सिंचाई क्षमता साढ़े 7 लाख हेक्टर से बढ़कर 36 लाख हेक्टर पहुँच गयी है। हमारी संस्कृति में सारे विश्व को एक परिवार माना गया है। पर्यटन विकास के लिये प्राप्त सुझावों को क्रियान्वित किया जायेगा। प्रदेश ने पर्यटन के क्षेत्र में विशिष्ट पहचान बनायी है। पर्यटकों की सुविधाओं और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बीते दस वर्ष में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक आयोजनों के केलेन्डर में पर्यटन उत्सवों को शामिल किया जायेगा।
उज्जैन । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में केन्द्रीकृत टूरिस्ट ट्रेकिंग सिस्टम बनाया जायेगा। इसके जरिये प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की सुख-सुविधाओं का ध्यान रखा जायेगा और उनकी कठिनाइयों को दूर करने की केंद्रीकृत व्यवस्था की जायेगी। उज्जैन में अगले वर्ष सिंहस्थ आयोजित हो रहा है, जिसमें देश-विदेश से पाँच करोड़ श्रद्धालु आयेंगे। इसी दौरान वैचारिक महाकुंभ होगा, जिसमें दुनिया भर से आये विद्वान मानव-कल्याण और पर्यावरण संरक्षण पर विचार-विमर्श करेंगे तथा सिंहस्थ घोषणा-पत्र जारी होगा।
प्रदेश में प्रशिक्षित गाइड्स उपलब्ध करवाने के लिये वृहद प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जायेगा। पर्यटन स्थलों पर विभिन्न भाषाओं के जानकार गाइड्स उपलब्ध रहेंगे। मध्यप्रदेश पर्यटन की दृष्टि से अदभुत प्रदेश है। यहाँ वन्य-जीवन, धार्मिक और हेरिटेज पर्यटन में व्यापक संभावनाएँ हैं।
प्रदेश के पर्यटन उद्योग में रोजगार-सृजन के व्यापक अवसर हैं। प्रदेश की विकास दर और कृषि विकास दर देश में सर्वाधिक है। प्रदेश में रोड कनेक्टिविटी बेहतर है तथा चौबीस घंटे विद्युत आपूर्ति उपलब्ध है। प्रदेश में सिंचाई क्षमता साढ़े 7 लाख हेक्टर से बढ़कर 36 लाख हेक्टर पहुँच गयी है। हमारी संस्कृति में सारे विश्व को एक परिवार माना गया है। पर्यटन विकास के लिये प्राप्त सुझावों को क्रियान्वित किया जायेगा। प्रदेश ने पर्यटन के क्षेत्र में विशिष्ट पहचान बनायी है। पर्यटकों की सुविधाओं और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बीते दस वर्ष में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक आयोजनों के केलेन्डर में पर्यटन उत्सवों को शामिल किया जायेगा।