नानी बाई को मायरो कथा का समापन:भगवान श्रीकृष्ण ने भरा मायरा, भावुक हुए श्रद्धालु
उज्जैन- ग्राम गढ़ी भैसोला में श्री हनुमान मंदिर पर तीन दिवसीय नानी बाई को मायरो का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कथा सुनने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। कथावाचक पं. गजेन्द्रप्रसादजी चतुर्वेदी गढ़ी भैसोला के मुखारबिंद से कथा सम्पन्न हुई। कथावाचक पं. गजेन्द्रप्रसादजी चतुर्वेदी गढ़ी भैसोला ने कहा कि यह कथा गौमाता, माता पिता, सास ससुर, बड़े बुजुर्गो की सेवा, सहयोग और समर्पण की सीख देती है। कथा में सहयोग की भावना होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को जीवित रखना है तो हमें एकजुटता से मिलकर ऐसे धार्मिक आयोजन करना जरूरी है। नरसी मेहता में भगवान के प्रति समर्पण की भावना थी। इस दौरान समस्त ग्रामीणवासी एवं गणमान्य नागरिकों ने कथा का रसपान किया एवं महाप्रसादी ग्रहण की।