संगठन के प्रदेश महासचिव रामेंद्र सिंह ने की जिला इकाई के कार्यों की समीक्षा
रेडक्रास का काम सेवा के लिए समाज को खड़ा करना है। केवल आर्थिक सहायता वितरित करने से समाज स्वावलंबी नहीं बन सकता। आवश्यकता इस बात की है कि समाज के हर तबके में मानव सेवा के लिए जागृति लाई जाए। यह तभी संभव है, जब हम स्कूल-कॉलेजों में पढ़ रही नई पौध को सींचे।
यह बात भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी, मध्यप्रदेश के प्रदेश महासचिव रामेंद्रसिंह ने रविवार शाम को उज्जैन जिला इकाई के कार्यों की समीक्षा करते हुए कही। जिला सचिव ललित ज्वेल ने बताया भोपाल से आए रामेंद्रसिंह ने चरक भवन पहुंचकर प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र का निरीक्षण किया। यहां से निजी होटल पहुंचे और जिला प्रबंध समिति की समीक्षा बैठक ली। वर्षभर के कार्यों की समीक्षा के बाद आवश्यक निर्देश दिए।
प्रबंध समिति को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र शासन ने सेवा के क्षेत्र में अनेक रोजगारमूलक पाठ्यक्रम तैयार किए हैं। इन पाठ्यक्रमों पर जिला इकाई कार्य करें और युवा पीढ़ी को सेवा के लिए तैयार करें। उन्हें रोजगार मिल जाएगा, वहीं समाज में सेवा कार्यों के लिए टीम तैयार हो जाएगी। उदाहरण दिया कि जनरल ड्यूटी अटेंडर का पाठ्यक्रम ऐसा कार्य है, जिसमें नर्सिंग सेवा का प्रशिक्षण दिया जाता है। इस पाठ्यक्रम के लिए उच्च पढ़ाई आवश्यक नहीं है।
आज के समय में घरों में नर्सिंग केयर की आवश्यकता तेजी से बढ़ रही है। जनरल ड्यूटी अटेंडर का पाठ्यक्रम करने वाले लड़के-लड़कियों को इससे रोजगार मिल सकता है। आय भी बहुत अधिक होती है। स्वागत चेयरमैन गोपाल माहेश्वरी, वायस चेयरमैन संजय नाहर, कोषाध्यक्ष विशालसिंह हाड़ा, प्रबंध समिति सदस्य डॉ. एनके त्रिवेदी, डॉ. राकेश अग्रवाल, सुरेश जैन, डॉ. उत्तम मीणा, हरीश शर्मा व रवि राय ने किया।
जिला इकाई इस समय शा. माधवनगर की आईसीयू को आदर्श बनाने की दिशा में कलेक्टर सह अध्यक्ष नीरजकुमार सिंह के नेतृत्व में अधोसंरचना निर्मित करने पर काम कर रही है। सचिव ज्वेल ने बैठक में जानकारी दी कि इसमें सीएमएचओ डॉ. अशोक पटेल एवं सिविल सर्जन डॉ. अजय दिवाकर का सहयोग मिल रहा है।
चरक भवन में जन औषधि केंद्र की स्थापना के बाद आमजन का अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। सबकुछ ठीक रहा तो 6 माह में शा. माधवनगर में अगला जन औषधि केंद्र प्रारंभ होगा। रक्तदान करने वाली संस्थाओं की जानकारी एकत्रित की जा रही है। सभी संस्थाओं को एक मंच पर लाया जाएगा ताकि ब्लड बैंक को सुदृढ़ किया जा सके और थेलेसीमिया एवं सिकल सेल के लिए रक्त के जरूरतमंदों को भटकना न पड़े।
यह काम कर रही जिला इकाई