top header advertisement
Home - उज्जैन << उज्जैन में धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग के संचालनाय की स्थापना के बाद प्रथम तीर्थ यात्रा का हुआ शुभारम्भ

उज्जैन में धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग के संचालनाय की स्थापना के बाद प्रथम तीर्थ यात्रा का हुआ शुभारम्भ


उज्जैन- मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा है कि सनातन धर्म में तीर्थ यात्राओं का अत्यधिक महत्व है। हमारे देश की एकता और अखण्डता का प्रकल्प है तीर्थ यात्राएं। तीर्थ दर्शन यात्रा करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस तीर्थ यात्रा ने हमारे चारों धाम और बारह ज्योतिर्लिंगों को जोड़ने का काम किया है। धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व संचालनालय उज्जैन में स्थानांतरित होने के बाद पहली मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा का शुभारम्भ उज्जैन से किया गया है। उन्होंने कहा कि भारत के चारों दिशाओं को जोड़ने के लिये 1400 वर्ष पहले आदिगुरु शंकराचार्य ने चार मठों की स्थापना कर धार्मिक यात्राएं प्रारम्भ की थी। जितना महत्व हमारे जीवन में माता-पिता के आशीर्वाद, पुत्री के कन्यादान और पुत्र से प्राप्त मुखाग्नि का है, उतना ही महत्व तीर्थ दर्शन का भी है। तीर्थ हमारे पापों का नाश करके मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करते हैं। हर गृहस्थ का सपना होता है कि वह अपनी आंखों से तीर्थों के दर्शन करे और परमेश्वर से मोक्ष की कामना करे।

Leave a reply