288 हितग्राहियों का घर का सपना अधूरा
7 साल से अधूरा पड़ा मंछामन मल्टी का काम एक बार फिर शुरू हो सकता है। प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत कमजोर वर्ग के लोगों को स्वयं का घर देने के लिए 2017 में अफोर्डेबल हाउसिंग प्रोजेक्ट शुरू किया गया था। इस प्रोजेक्ट के चलते मंछामन में मल्टी बनाई जा रही थी, जहां लॉटरी सिस्टम के माध्यम से 288 हितग्राहियों को चुना गया था। इन सभी हितग्राहियों ने घर बनने से पहले बुकिंग की तौर पर 10 प्रतिशत तक राशि यानी 70 हजार रुपए जमा कर दिए थे।
फ्लैट की कुल कीमत हितग्राहियों के वर्ग के अनुसार अलग-अलग थी। करीब 7 सालों से रुपए जमा करने के बाद भी दो ठेकेदारों द्वारा काम अधूरा छोड़ने व प्रोजेक्ट के लिए राशि नहीं बचने के चलते न ही बिल्डिंग बन पाई और न ही लोगों को घर मिल पाया, बल्कि ये लोग सालों से किराए से रहकर अपने घर का बनने का सपना देख रहे हैं, इस बीच इनमें से कई लोगों ने लोन या उधार लेकर फ्लैट की बुकिंग राशि दी थी और अब वे किराए के साथ वो रुपए भी लौटाना में लगे हुए हैं। प्रोजेक्ट कार्यपालक इंजीनियर पीसी यादव ने बताया कि बिल्डिंग निर्माण के लिए 13 सितंबर को टेंडर निकाला जा रहा है। उसके बाद जो प्रक्रिया रहती है, उसी अनुसार कार्य करते हुए आगे का निर्माण कार्य शुरू होगा।