सिंहस्थ :2028 के लिए मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक
उज्जैन- मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रालय में आज 10 सितंबर को
सिंहस्थ : 2028 के लिए गठित मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक संपन्न हुई। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के
साथ उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ला, वरिष्ठ मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय के साथ मंत्री गण श्री तुलसी
सिलावट, श्री उदय प्रताप सिंह, श्री गोविंद सिंह राजपूत, श्री प्रद्युम्न तोमर, श्री धर्मेंद्र सिंह भी बैठक में
उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने बैठक में एजेंडा के बिंदुओं सिंहस्थ अधोसंरचना: 2028 कार्य योजना, पड़ाव
क्षेत्र में टीपीएस के माध्यम से विकास, पार्किंग परिवहन प्रस्ताव और उज्जैन इंदौर मेट्रो परियोजना पर
विभागों द्वारा की जा रही कार्यवाही की अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि सिंहस्थ सिर्फ उज्जैन का नहीं है, यह उज्जैन और इंदौर दोनों
संभागों का है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु ओंकारेश्वर और महेश्वर भी जाते हैं। यहां आने वाले यात्री इस संपूर्ण
अंचल का भ्रमण करते हैं। इसके अनुसार ही आवश्यक सुविधाओं का विकास किया जाए।
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि बुजुर्ग यात्रियों की सुविधा के लिए पार्किंग के स्थान घाट के जितने
नजदीक होंगे उन्हें सुविधा होगी। विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं और अन्य संस्थाओं के परिसर के मैदान भी
पार्किंग में उपयोग में लिए जाएं। इसके लिए अभी से अध्ययन और सर्वेक्षण कर कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि उज्जैन में केडी गेट से वीर दुर्गादास
की छतरी से गोंसा मार्ग की लंबाई पर 4 लाइन मार्ग का निर्माण शीघ्र से शीघ्र पूर्ण किया जाए। इस
प्रस्तावित मार्ग के बन जाने से गोपाल मंदिर और मुख्य शहरी भाग को सीधे जावरा ,बड़नगर तथा काल
भैरव की तरफ जाने के लिए नागरिकों को सुविधा मिलेगी। आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए
वर्तमान में उज्जैन में सदावल में हेलीपैड का निर्माण भी किया जा रहा है। तीर्थ दर्शन योजना में आने वाले
यात्री यहां आसानी से पहुंच कर इस मार्ग के बन जाने से सुविधा प्राप्त कर सकेंगे। शहरी क्षेत्र को सीधे
हेलीपैड से जोड़ने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने निर्देश दिए कि आमजन को भविष्य में प्राप्त
होने वाली सुविधा के दृष्टिगत लोक निर्माण विभाग द्वारा कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा उज्जैन इंदौर मेट्रो के साथ ही अन्य रेल सुविधाओं के विकास के लिए
आवश्यक प्रयास किए जाएं। बैठक में जानकारी दी गई कि रेल मंत्रालय से समन्वय के लिए पूर्व में
परिवहन विभाग नोडल विभाग की भूमिका निभा रहा था। अब लोक निर्माण विभाग को यह दायित्व दिया
गया है। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने पूर्व के स्वीकृत विभागीय कार्यों को भी समय सीमा में पूरा करने के निर्देश
दिए।उन्होंने घाटों के जीर्णोद्धार और अन्य घाटों के सौंदर्यीकरण के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए।
बैठक में कान्ह नदी व्यपवर्तन योजना और नए बैराजों के निर्माण के संबंध में भी चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री डा यादव ने सिंहस्थ: 2028 के संदर्भ में विभागों को समन्वय पूर्वक कार्य करने और
आवश्यक सुविधाओं के विकास के लिए समय सीमा में कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए। प्रमुख सचिव
नगरीय विकास एवं आवास श्री नीरज मंडलोई ने प्रजेंटेशन दिया। बैठक में लोक निर्माण, जल संसाधन,
ऊर्जा, नवकरणीय ऊर्जा, आयुष, संस्कृति और अन्य विभागों द्वारा संचालित कार्यों की जानकारी दी गई।
मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय श्री राजेश राजौरा सहित अन्य
विभागों के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।