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44 रथ में सवार होकर निकले 88 तपस्वी


श्री श्रेयांशनाथ राजेंद्र सूरी ज्ञान मंदिर नयापुरा में विराजित साध्वीश्री डॉ. अमृतरसा श्रीजी के सान्निध्य में 45 दिनी कठोर तपस्या सिद्धि तप की पूर्णाहुति पर भव्य रथयात्रा का आयोजन किया गया।

श्रीसंघ के प्रचार मंत्री राजेंद्र पगारिया व राजेंद्र पटवा ने बताया भव्य रथयात्रा नयापुरा ज्ञान मंदिर से प्रारंभ होकर शहर के विभिन्न मार्गों से होती हुई मनोरमा गार्डन पहुंचकर धर्मसभा में परिवर्तित हुई। रथयात्रा में आकर्षक रंगोली बनाई गई। ऊंट, हाथी पर गुरुदेव एवं भगवान के फोटो विराजित किए गए। दादा नेमीनाथ की प्रतिमा को रथ में विराजित किया गया। आदिवासी नृत्य ग्रुप ने मनोहारी नृत्य कर आकर्षक छटा बिखेरी। सभी महिला मंडल ने अपनी विशिष्ट वेशभूषा में आकर्षक प्रस्तुति दी। सभी 88 तपस्वियों को 44 रथ में व 80 अठ्ठाई तपस्वियों को 40 ई रिक्शा में विराजित किया गया।

इस अवसर पर सभी तपस्वियों के परिवारजन नृत्य कर ढोल के साथ तपस्वियों की अनुमोदना कर रहे थे। मनोरमा गार्डन में आयोजित धर्मसभा में अतिथि कैबिनेट मंत्री चैतन्य कश्यप, उज्जैन उत्तर के विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, पूर्व मंत्री पारस जैन थे।

साध्वीश्री ने तपस्या का जीवन में महत्व विषय पर प्रवचन दिए। स्वागत त्रिस्तुतिक श्रीसंघ अध्यक्ष सुरेश पगारिया, प्रकाश गादिया, चातुर्मास समिति अध्यक्ष विजय गादिया, माणकलाल चत्तर ने एवं महिला परिषद अध्यक्ष सुशीला सकलेचा, लक्ष्मी आचलिया, बहु परिषद अध्यक्ष मंगला डांगी, रेखा चत्तर, तरूण परिषद अध्यक्ष यश सकलेचा, ऋषभ चत्तर, नवयुवक परिषद अध्यक्ष आशीष पीपाड़ा एवं आनंद चत्तर ने किया। संचालन राजेश पगारिया ने किया। आभार श्रीसंघ कोषाध्यक्ष अतुल चत्तर ने माना।

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