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पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययनशाला में हुआ गणित उत्सव का श्री गणेश


विक्रम विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययनशाला में हुआ गणेश उत्सव का श्री गणेश वाग्देवी भवन में हुई श्री गणेश स्थापना एवं पूजन आरती गणेश उत्सव का दस दिवसीय पर्व शनिवार को धूमधाम के साथ शुरू हुआ। सुबह से देर शाम तक अलग-अलग मुहूर्तों में भगवान गणेश की प्रतिमाओं की स्थापना की गई। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययनशाला में भी गणेश उत्सव का अयोजन किया जा रहा है। आज गणेश उत्सव के पहले दिन गणेश चतुर्थी के अवसर पर कार्यपरिषद के वरिष्ठ सदस्य माननीय राजेशसिंह कुशवाह जी और विश्वविद्यालय के कुलानुशासक एवं अध्ययनशाला के विभागाध्यक्ष प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा जी बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। पुरातत्वविद् डॉ रमण सोलंकी कार्यक्रम के विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थे। इस अवसर पर वाग्देवी भवन में श्री गणेश स्थापना एवं पूजन विधि सम्पन्न हुई। अतिथियों द्वारा वाग्देवी भवन में श्री विनायक और सरस्वती जी का पूजन किया गया। उत्सव का शुभारंभ भगवान श्री गणेश की प्रतिमा स्वरूप का परंपरागत विधि- विधान के साथ पूजन- अर्चन कर स्थापना और आरती के साथ किया गया। अध्ययनशाला में दस दिनों तक विभिन्न धार्मिक आयोजन भी होंगे। शनिवार को उत्साह के साथ एकदंत का दस दिवसीय उत्सव शुरू हुआ। शहर में जगह-जगह सार्वजनिक स्थलों पर भी गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की गई। गणेश मंदिरों में इस दौरान गणेश प्रतिमा का विशेष शृंगार किया गया। कार्यपरिषद सदस्य श्री राजेश सिंह कुशवाह ने कहा कि हिंदू धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूज्य देवता माना गया है। किसी भी शुभ और मांगलिक कार्यक्रम में सबसे पहले गणेश की वंदना और पूजा की जाती है। भगवान गणेश बुद्धि, सुख-समृद्धि और विवेक का दाता माना जाता है। श्री कुशवाह ने उपस्थित जनों से इको फ्रेंडली गणेश जी की मूर्तियों का प्रयोग करने और पर्यावरण को संरक्षित करने का आग्रह किया। प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि भाद्रपद गणेश चतुर्थी का काफी ज्यादा महत्व होता है। गणेश चतुर्थी का त्योहार भगवान गणेश के अवतरण के रूप में मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी के दिन, भगवान गणेश को बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष के दौरान भगवान गणेश का प्राकट्य हुआ था। कार्यक्रम के दौरान विभाग के समन्वयक डॉ सुशील शर्मा, डॉ अजय शर्मा, डॉ हीना तिवारी, वाग्देवी भवन में विभागाध्यक्ष डॉ शैलेन्द्र भारल सहित विभाग के शिक्षक, छात्र और कर्मचारी आदि मौजूद रहे।

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