एटीएम से 22 लाख की चोरी करने वाले पकड़ाए
उज्जैन के खाचरोद की बैंक इंडिया की शाखा के पास लगी एटीएम गैलरी से 22 लाख रुपए की सनसनीखेज चोरी की घटना में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने एफआइआर दर्ज होने के 24 घंटे के अंदर ही दो आरोपी को पकड़कर 22 लाख 93 हजार रुपए जब्त कर लिए है। घटना में एमएससी आईटी तक की पढ़ाई करने वाला एटीएम मेंटेनेंस का कर्मचारी शामिल निकला जिसने अपने एक साथी के साथ घटना को अंजाम दिया था।
खाचरोद थाने से महज 500 मीटर की दूरी पर स्टेशन रोड पर स्थित बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम से करीब 22 लाख 93 हजार रुपए से अधिक की चोरी हो गई थी। घटना 28-29 जुलाई की रात्रि की बताई जा रही है। 6 दिन बाद चोरी की घटना का पता तब चला जब बैंक कर्मियों ने रुपए जमा करने वाली डिपॉज़िट मशीन से केश निकालने पहुंचे तो वहां केश सहित एटीएम की कैसेट गायब थी। सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो पता चला की घटना 6 दिन पुरानी है।
घटना 29 जुलाई की पता 05 अगस्त को चला
उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि 05 अगस्त को बैंक ऑफ इंडिया के शाखा खाचरौद के शाखा प्रबंधक नीलकमल पांचाल द्वारा थाना खाचरौद चोरी की एफआईआर दर्ज कराई गई थी। जिसमे घटना की 29 जुलाई को 10.30 बजे की बताई गई। गैलरी के अन्दर डिपॉजिट मशीन के अंदर पासवर्ड वाला दरवाजा व चार कैसेट एवं नगदी राशी 22 लाख 93 हजार 100 रूपये चोरी होना बताया साथ ही ई गैलरी के सारे कैमरो को काले रंग से स्प्रे किया गया है। कैमरे चैक किए तो दिनांक 29 जुलाई की रात्री में 01:00 से 02:00 बजे के मध्य 02 व्यक्ति बैंक की ई गैलरी में पहुंचे दोनो काले रंग का हेलमेट तथा रेनकोट पहने हुये थे। जिसमे से एक व्यक्ति बैंक की ई गैलरी मे जाकर सीसीटीवी कैमरो पर स्प्रे करने के बाद मशीन से छेडछाड करता हुआ तथा थोडी देर बाद काले रंग के बैग में सामान ले जाते दिखाई दिया।
10 मिनट में बिना मशीन को तोड़े 22 लाख गायब
पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि एटीएम से जिसने भी चोरी की है वो एटीएम मशीन के बारे में जानकारी रखता होगा। और इस मामले का एक्सपर्ट हो सकता है। दरअसल चोरों ने मशीन में कोई तोड़फोड़ नहीं कि पासवर्ड डालकर मशीन को खोला और मात्र 10 मिनट में ही चोरी की घटना को अंजाम देकर रफूचक्कर हो गया था। साइबर और पुलिस टीम का गठन कर घटना की प्रत्येक एंगल से विवेचना प्रारंभ कर मुखबिर लगाए गये। जांच करते हुये बैंक कर्मियों से पूछताछ करते यह बात सामने आई की दिनांक 26 जुलाई को रितुराजसिंह निवासी बोरदिया का कंपनी की ओर से मेंटेनेंस के लिये आया था।
पुलिस द्वारा रितुराज सिंह को मुखबिर सूचना पर घिनोदा में स्थित एक चाय की होटल से घेराबंदी कर पकड़ा। संदिग्ध बदमाश से गहनता से पूछताछ करने पर बदमाश द्वारा अपराध करना स्वीकार कर घटना में अपने साथी शुभम जोशी को साथ होना बताया। आरोपी द्वारा घटना को अंजाम देने के बाद बिना गिने कुछ रूपये अपने दोस्त शुभम जोशी को देना तथा बाकी बैग में भरकर बैग पर ताला लगाकर, नलखेड़ा जिला आगर मालवा अपने रिश्तेदार के घर रखना बताया। आरोपी ऋतुराज ने बताया कि रात्री के समय बैंक की ई गैलरी में घुसकर सीसीटीवी कैमरो से बचने के लिये कैमरो पर काले रंग से स्प्रे कर दिया तथा अपनी पहचान छिपाने के लिये हेलमेट तथा बरसाती पहनी थी। डिपॉजिट मशीन को पासवर्ड के माध्यम से खोलकर बहुत ही कम समय में लगभग 10 मिनट में वरदात को अंजाम दिया गया तथा बैंक की डिपॉजिट मशीन से 22 लाख से अधिक रूपये चुरा लिये थे ।
आईटी में दक्ष आरोपी ऐसे दिया घटना को अंजाम-
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि आरोपी ऋतुराज सिंह ने एमएससी आईटी तक पढ़ाई की है। आरोपी ऋतुराज 26.07.24 को करीब 05.00 बजे बैंक कर्मियों के सामने डिपॉजिट मशीन के मेंटेनेंस के लिए गया था तब बैंककर्मी के द्वारा पासवर्ड का उपयोग कर मशीन को खोला गया था। उसी समय आरोपी ने पीछे से पासवर्ड देख लिये थे तथा बाद में पासवर्ड को नोट कर लिया था उसी पासवर्ड से घटना दिनांक को मशीन खोलकर रूपये चुरा लिये।पुलिस ने दोनों आरोपी ऋतुराज सिंह और शुभम को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के पास से चोरी गया केश भी बरामद हुआ है।