सोलर रूफ टॉप योजना:बिजली उत्पादन कर खुद उपयोग के साथ कंपनी को सप्लाई करने वालों से फिक्स चार्ज की वसूली
सोलर रूफ टॉप योजना के तहत मकानों पर सोलर प्लांट लगाकर बिजली का उत्पादन कर खुद बिजली का उपयोग करने के साथ ही बिजली कंपनी को बिजली सप्लाई करने वाले शहर के सैकड़ों परिवारों से फिक्स चार्ज के नाम पर हर माह राशि की वसूली की जा रही है। ऐसे में उक्त उपभोक्ताओं को अनावश्यक रूप से राशि का भुगतान करने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
बिजली कंपनी के उपभोक्ता के यहां लगे सोलर प्लांट से एक माह में 188 यूनिट बिजली यानी अपने स्वयं की आवश्यकता से अधिक उत्पादित हुई। इसमें से बिजली कंपनी को निर्यात यानी बिजली दी गई। इसमें बिजली कंपनी ने 161 यूनिट आयात के आधार पर 279 रुपए का नियत प्रभार लगाया जाकर राशि की वसूली उपभोक्ता से की गई।
ऐसे में सवाल उठ रहा है कि बिजली की खपत नहीं हुई और बिल शून्य राशि का आया तो फिर उपभोक्ता से नियम प्रभार के नाम पर राशि क्यों ली जा रही है। बिजली कंपनी के सेवानिवृत्त ईई कार्यपालन यंत्री अभय कुमार के गुलमोहर ग्रीन कॉलोनी स्थित मकान में सोलर प्लांट लगा है। इनके यहां बिजली उत्पादित की जाकर खुद के उपयोग के साथ में बिजली कंपनी को बिजली दी जा रही है, बावजूद इसके उनसे नियत प्रभार की राशि ली जा रही है। यानी बिजली की खपत शून्य होने और उल्टे बिजली कंपनी को बिजली दिए जाने के बावजूद उन्हें यह राशि भुगतने को मजबूर होना पड़ रहा है।