सिंहस्थ-2028 की तैयारी:अब चिंतामण ब्रिज के समानांतर त्रिभुजाकार ब्रिज बनेगा, श्रद्धालुओं को चिंतामण मंदिर और मेला क्षेत्र में आने-जाने में होगी सुविधा
सिंहस्थ-2028 के अंतर्गत अब बड़े निर्माण कार्यों को जमीन पर उतारने की तैयारी की जाने लगी है, जिसमें अब चिंतामण ब्रिज के समानांतर त्रिभुजाकार ब्रिज बनाया जाएगा। यानी ब्रिज की तीन भुजाएं होगी। इससे एक ही जगह पर दो त्रिभुजाकार ब्रिज हो जाएंगे। सिंहस्थ व विशेष पर्वों पर श्रद्धालुओं व साधु-संतों को चिंतामण मंदिर और मेला क्षेत्र में आने-जाने की अतिरिक्त सुविधा मिल सकेगी।
पीडब्ल्यूडी ( लोक निर्माण विभाग) की ओर से हरिफाटक के समीप से जंतर-मंतर यानी यंत्र महल मार्ग से होते हुए बड़नगर रोड पर स्थित मुल्लापुरा-मोहनपुरा व चंदूखेड़ी तक फोरलेन का निर्माण किया जाएगा। यह मार्ग देवास-बड़नगर फोरलेन से कनेक्ट होगा। दूसरी तरफ इस फोरलेन को चिंतामण जवासिया तक जोड़ा जाएगा ताकि सर्कल के रूप में वाहनों की आवाजाही हो सके।
फोरलेन निर्माण में शिप्रा नदी और रेलवे क्रासिंग पर तीन ब्रिज बनाए जाएंगे। फोरलेन व उस पर बनाए जाने वाले तीनों ब्रिज केंद्रीय निधि से ही बनाए जाएंगे, जिसके लिए केंद्र से करीब 225 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए हैं। इसको लेकर यह तय हो गया है कि सेतु निगम ही ब्रिज का निर्माण करेगा।
1220 मीटर लंबा होगा ब्रिज चिंतामण ब्रिज के समानांतर नया ब्रिज तीन भुजाओं वाला बनाया जाएगा, जो कि करीब 1220 मीटर लंबा होगा। सिंहस्थ-2016 में यहां पर चिंतामण ब्रिज का निर्माण किया था, अब इसी ब्रिज के समानांतर तीन भुजाओं वाला नया ब्रिज भी बनाया जाएगा। इस अतिरिक्त ब्रिज से मेला क्षेत्र सीधे कनेक्ट रहेगा और आवागमन में आसानी होगी।
दो टू-लेन ब्रिज होने से वन-वे सिस्टम लागू हो सकेगा बड़नगर रोड पर मोहनपुरा में एलसी-23 ब्रिज का भी अतिरिक्त निर्माण किया जाएगा। जो कि मोहनपुरा ब्रिज के समानांतर होगा। यह ब्रिज टू-लेन होगा। यातायात की दृष्टि से दोनों ब्रिज में वन-वे सिस्टम लागू किया जा सकता है, जिसमें एक ब्रिज से वाहन चालक जाएंगे और दूसरे ब्रिज से आ सकेंगे। यह ब्रिज करीब 600 मीटर लंबा व 9 मीटर ऊंचा होगा। रेलवे के मापदंडों के तहत ही आरओबी का निर्माण किया जाएगा।