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6 हजार में से 500 ई-रिक्शाओं में लगाए जा चुके लाल-पीले पट्टे, 10 जुलाई से आधे रिक्शा दिन में और बाकी रात में चलेंगे


शहर में ई-रिक्शाओं के संचालन की नई व्यवस्था के लिए कदम बढ़ने लगे हैं। कुल करीब 6 हजार ई-रिक्शाओं में रेडियम के कलर कोड वाले पट्टे लगाए जाना शुरू हो गए हैं। सोमवार तक इनमें से करीब 500 ई-रिक्शाओं में ये पट्टे लगा दिए गए थे। बाकी के भी 5500 रिक्शाओं में भी ये पट्टे लगाए जाएंगे।

तय हुआ हैं कि लाल रंग का रेडियम का पट्टा लगा हुआ ई-रिक्शा दिन में संचालित होगा और पीले रंग के पट्टे वाला ई-रिक्शा रात में चलेंगे। इस तरह से दिन में 3 हजार और रात में बाकी के 3 हजार ई-रिक्शा चलेंगे। उम्मीद हैं कि दो चरणों में इन ई-रिक्शाओं का संचालन होने से चक्काजाम की समस्या से काफी हद तक निजात मिलेगी।

साथ ही चालकों को भी सहुलियत रहेगी। ई-रिक्शा संचालन की यूनियन के अध्यक्ष बल्लू सिंह ठाकुर ने बताया कि एक ई-रिक्शा में करीब 14 मीटर का रेडियम का पट्टा लगाया जा रहा है। ये सामने कांच के अलावा वाहन के दाएं-बाएं व पीछे यानि चारों तरफ लगाया जा रहा हैं ताकि कलर कोड की पहचान दूर से ही हो सके। बताया जा रहा है ई रिक्शा संचालन से जुड़ी इस नई व्यवस्था को हर हाल में शहर में 10 जुलाई से लागू किया जाना है।

इसके लिए ई-रिक्शा संचालन से जुड़ी यूनियन के पदाधिकारी, आरटीओ व यातायात विभाग का संयुक्त अमला तैयारियों में जुटा हुआ है। दरअसल कुछ दिनों पहले सभी ई-रिक्शा संचालक कार्तिक मेला ग्राउंड पर एकत्रित हुए थे। यहां पुलिस-प्रशासन व आरटीओ कार्यालय के अधिकारियों के साथ इनकी चर्चा हुई। इसके बाद लॉटरी सिस्टम से तय हुआ कि कुल करीब छह हजार ई-रिक्शाओं में से 50 फीसदी दिन में और बाकी की 50 फीसदी रात में चलेगी।

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