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Home - उज्जैन << प्रबंध समिति की बैठक में ट्रैक्टर और बैलगाड़ी के सुझाव से बाबा महाकाल स्वयं दुःखी हो रहे - म ठ मंदिर सनातन धर्म मोर्चा ने जताया विरोध, पत्र में मांग जनप्रतिनिधियों के बेतुके सुझावों पर समिति ध्यान न दे

प्रबंध समिति की बैठक में ट्रैक्टर और बैलगाड़ी के सुझाव से बाबा महाकाल स्वयं दुःखी हो रहे - म ठ मंदिर सनातन धर्म मोर्चा ने जताया विरोध, पत्र में मांग जनप्रतिनिधियों के बेतुके सुझावों पर समिति ध्यान न दे


उज्जैन- श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की हाल ही में हुई बैठक में जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए गए सुझावों से राजाधिराज महाकाल स्वयं दुखी होकर यह विचार करते होंगे की कलयुग में भक्तों के दर्शन ना होने के विषय को लेकर मेरी स्वयं की इतनी बेइज्जती की जाएगी की अब मुझे ट्रैक्टर और बैलगाड़ी पर सवार होना पड़ेगा। 
जिससे में अत्यंत दुखी और लज्जित हूं। ऐसे सुझावों के कारण सनातन धर्म को मानने वाले भक्तों को भी लज्जा आ रही होगी। यदि महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति नगर में परंपरा अनुसार सवारी निकालने में असमर्थ हैं और जनप्रतिनिधियों द्वारा बाबा महाकाल को ट्रैक्टर और बैलगाड़ी में बैठाकर निकालने का सुझाव दिया गया हैं तो मठ मंदिर सनातन धर्म मोर्चा इसका कड़ा विरोध करता है और यह सुझाव देता है कि इस प्रकार से महाकालेश्वर की सवारी निकालने से अच्छा होगा कि नगर में सवारी निकालना ही बंद कर दी जाए। अखिल भारतीय मंदिर मठ सनातन धर्म मोर्चा के राम शर्मा रामु गुरु एवं संगठन मंत्री किशन पांडे ने मंदिर प्रबंध समिति को एक पत्र देकर मांग की हैं कि इस तरह से बैठकों में बाबा महाकाल का अपमान ना किया जाए। उनकी मर्यादा का पालन किया जाना चाहिए। बैठकों में आने वाले ऐसे बेतुके सुझावों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। इन सुझावों के कारण ही लाखों श्रद्धालुओं के अंदर जो महाकाल के प्रति श्रद्धा हैं उसे आहात पहुंच रही हैं। श्रद्धालुओं की आड़ लेकर समिति में आने वाले सदस्य गण इस तरह के सुझाव देकर अपने नाम की प्रशंसा पाने के लिए देते रहते हैं। वह ईश निंदा एवं ईश्वर के अपमान करने की श्रेणी में आता हैं। इसलिए जनप्रतिनिधियों से भी अनुरोध हैं कि मर्यादा अनुसार सुझाव एवं प्रस्ताव मंदिर समिति को दे। मंदिर में आम श्रद्धालुओं को कोई सुविधा नहीं मिलती केवल उनके नाम का उपयोग कर स्वयं की सुविधा के लिए विचार किया जाता हैं। ऐसी व्यवस्थाओं पर भी रोक लगाना चाहिए। मठ मंदिर मोर्चा के नेता द्वय ने सनातन धर्म को मानने वाले लोगों से अनुरोध किया हैं कि क्या बाबा महाकाल को पालकी में ना बिठाकर ट्रैक्टर-ट्राली या बैलगाड़ी में बिठाना उचित होगा ? यह विचार मंदिर समिति को भेजे। सनातन धर्म मठ मोर्चा भगवान महाकाल को पालकी में बिठाकर निकालने का समर्थन करता हैं।

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