पंडित मिश्रा टोन टोटके करते है,नाक रगड़ कर माफ़ी मांगे
कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के राधा रानी विवाद में अब गुरु सांदीपनि के वंशंज भी कूद पड़े है उन्होंने पंडित मिश्रा से नाक रगड़ कर माफ़ी मांगने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर मिश्रा ने मथुरा जाकर प्रेमानंद महाराज जी से माफी नहीं मांगी तो वे अपने विद्व्त परिषद से बात कर कोर्ट जायेंगे।
उज्जैन शहर को भगवान महाकाल और भगवान कृष्ण की नगरी भी कहा जाता है। दरअसल भगवान श्रीकृष्ण ने उज्जैन के गुरु सांदीपनि आश्रम में रहकर महर्षि सांदीपनि जी से 64 दिन में 64 कलाओं का ज्ञान अर्जित किया था इस दौरान भगवान उज्जैन में ही रहे थे , इसलिए इस सांदीपनि आश्रम में बड़ी संख्या में भक्त दूर दूर दर्शन करने आते है। आश्रम के पुजारी और सांदीपनि जी की 202 पीढ़ी के रूपम व्यास पंडित प्रदीप मिश्रा के बयान से बहुत नाराज है। व्यास ने कहा कि परमानन्द जी और संतो के पास जाकर पंडित मिश्रा को माफ़ी मांगनी चाहिए। शिव पुराण के नाम कई प्रकार के टोन टोटके कर रहे है , विद्वत परिषद् से बात कर हम कोर्ट भी जा सकते है।
पंडित मिश्रा के सांदीपनि आश्रम में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाएंगे-
पंडित रूपम व्यास ने कहा कि पंडित मिश्रा लोगो को बरगलाने का काम करते है. उन्हें ना शास्त्रों का ज्ञान है, ना वो जानते है, अपनी पुराण खुद ही लिखते है। मिटटी के शिव लिंग का पूजन शाम को करने की सलाह देते है, कई ऑनलाइन पूजन करा दी, व्यास पीठ से से 'राधा रानी पर अर्नगल बात बोली,कोनसे शास्त्र में पढ़ लिया उन्होंने ये सब , हमारे सांदीपनि आश्रम में भी कृष्ण भगवान की पूजन होता है। इनको पता नहीं किस बात का व्यास पीठ का घमंड है, प्रदीप मिश्रा को संत परमानन्द से नाक रगड़ कर माफ़ी मांगी चाहिए , 84 कोस की परिक्रम करनी चाहिए। कई प्रकार टोन टोटके करते है शिव पुराण के नाम पर ,अगर माफ़ी नहीं मांगी तो हम विद्वत परिषद् से चर्चा कर कोर्ट भी जायेंगे और सांदीपनि आश्रम में उनके प्रवेश पर प्रतिबंध भी लगा सकते है।
ये था विवाद-
पंडित और कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने कहा था कि राधा जी बरसाने की नहीं है। वह उनके पिता जी का कचहरी था। वह साल में एक बार कचहरी आती थीं। उनके पति का नाम अनय घोष है। वह रावल गांव की रहने वाली थीं। साथ ही प्रदीप मिश्रा ने कहा था कि वह भगवान श्रीकृष्ण की पत्नी नहीं है। इसी वीडियो के सामने आने के बाद विवाद की शुरुआत हुई थी।