महाकाल की भस्मआरती में कर्मचारियों ने तोड़ी परंपरा
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की रविवार को हुई भस्मआरती में गर्भगृह के पट खुलने के पहले ही ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों ने श्रद्धालुओं को नंदी हॉल, गणेश मंडपम् में बैठा दिया। इस पर आरती करने वाले पुजारी नाराज हो गए। हालांकि कर्मचारियों ने माफी भी मांग ली है। मंदिर प्रबंधन ने प्रभारी और कर्मचारियों की बैठक में मंदिर के नियमों को लेकर सख्त हिदायत दी है।
रविवार को सुबह 4 बजे श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की भस्मआरती के लिए पट खोले गए। भस्मआरती करने वाले संजय पुजारी ने नंदी हॉल और गणेश मंडपम् में पहले से बैठे हुए श्रद्धालुओं को देखा तो आपत्ति ली। उन्होंने तैनात कर्मचारियों को परंपरा का हवाला देकर जमकर लताड़ लगाई।
व्यवस्था में लगे कर्मचारियों ने गलती के लिए पुजारी से माफी मांग ली है। इसके बाद पूजन का क्रम शुरू हो गया। जानकारी मिलने पर मंदिर प्रबंधन ने भस्मआरती के प्रभारी और कर्मचारियों की बैठक बुलाई। मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल के अनुसार बाहर बारिश हो रही थी। निर्माण कार्य के कारण पहली बार श्रद्धालुओं को नंदी हॉल के चांदी के पट खुलने के पहले ही बैठा दिया था। मामले की जांच करवाई जा रही है। भस्मआरती की व्यवस्था देख रहे कर्मचारियों को हिदायत दी है कि भविष्य में दोबारा ऐसा नहीं हो।