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Home - उज्जैन << कविताएं और साहित्य हमे सिखातें है जीवन जीने का तरीका : कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह कलेक्टर ने विद्यार्थियों को रामधारी सिंह दिनकर की प्रसिद्ध कविता कुरुक्षेत्र पढ़ाई विनम्र, सहनशील, दया और तप के साथ छात्र अपने अंदर शक्ति और सामर्थ्य का भाव विकसित करें

कविताएं और साहित्य हमे सिखातें है जीवन जीने का तरीका : कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह कलेक्टर ने विद्यार्थियों को रामधारी सिंह दिनकर की प्रसिद्ध कविता कुरुक्षेत्र पढ़ाई विनम्र, सहनशील, दया और तप के साथ छात्र अपने अंदर शक्ति और सामर्थ्य का भाव विकसित करें


उज्जैन- स्कूल चले हम अभियान के तीसरे दिन भविष्य से भेंट कार्यक्रम के तहत उज्जैन कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह आज विधार्थियों को शासकीय उच्चतर उत्कृष्ट विद्यालय माधवनगर पढ़ाने पहुंचे। उन्होंने कक्षा 10 वी के विधार्थियों को रामधारी सिंह दिनकर की प्रसिद्ध वीर रस की कविता कुरुक्षेत्र में युधिष्ठिर और भीष्म पितामह के बीच का प्रसंग पढ़ाया। उन्होंने बताया कि कविता हमे जीवन जीने का तरीका सिखाती है।

    कलेक्टर ने बच्चों को कविता के एक सर्ग का पाठ कर सुनाया और रोचक ढंग से प्रत्येक पंक्ति का उदहारण देते हुए कविता का अर्थ समझाया। उन्होंने बताया कि जहां न्याय होगा वहीं शांति और सुशासन स्थापित हो सकेगा। जहां अशांति, अन्याय होगा वहां शांति कभी स्थापित नहीं हो सकेगी।

   कलेक्टर श्री सिंह ने विद्यार्थियों को बताया कि कुरुक्षेत्र कविता से हमें प्रमुख सीख यहां मिलती है हमें अपने जीवन में विनम्रता, सहनशील, करुणा, तप के भाव के साथ शक्ति और सामर्थ्य को भी विकसित करना होगा ताकि हमें न कोई भी दबा सके, न कोई शोषित कर सकें।

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