लिफ्ट में ढाई घंटे तक फंसी रहीं डीएसपी की बेटी व उसकी दोस्त
नानाखेड़ा थाने के सामने स्थित एक कमर्शियल बिल्डिंग की लिफ्ट में सोमवार रात दो युवतियां फंस गई। करीब ढाई घंटे तक दोनों युवतियां लिफ्ट में फंसी रही। लिफ्ट के गेट को तोड़कर दोनों युवतियों को सुरक्षित बाहर निकाला।
ईओडब्ल्यू उज्जैन में पदस्थ डीएसपी कल्पना मिश्रा की 22 वर्षीय बेटी सुहानी और उनकी एक दोस्त दर्शना जोशी नानाखेड़ा थाने के सामने स्थित कमर्शियल बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर संचालित बायोफिट लेडीज जिम में एक्सरसाइज के लिए गई थीं। जिम में वर्क आउट के बाद सुहानी और दर्शना शाम करीब 7.30 बजे लिफ्ट से ग्राउंड फ्लोर पर आ रही थीं।
इस दौरान सेकंड फ्लोर पर आकर दोनों लिफ्ट में फंस गई। तकनीकी खामियों के चलते लिफ्ट का दरवाजा नहीं खुल रहा था। सुहानी को लेने आए उनके पिता शैलेष मिश्रा ने जब बेटी को मोबाइल पर कॉल किया तो सुहानी ने लिफ्ट में फंसे होने की जानकारी दी।
जानकारी मिलने पर डीएसपी मिश्रा, नानाखेड़ा थाना प्रभारी नरेंद्रकुमार यादव सहित अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। टेक्नीशियन और अन्य लोगों की मदद से करीब ढाई घंटे बाद लिफ्ट का दरवाजा तोड़कर दोनों युवतियों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सका।
डीएसपी (ईओडब्ल्यू) मिश्रा ने बताया लिफ्ट बेहद खराब स्थिति में है। उनके पति शैलेष ने जब इंदौर में रहने वाले यश नामक भवन मालिक को लिफ्ट में दोनों युवतियों के फंसे होने की जानकारी देते हुए बताया कि लिफ्ट को तोड़कर दोनों को बचाना होगा। इस पर यश ने दोनों युवतियों की जान की परवाह नहीं की और बोला कि लिफ्ट मत तोड़ना। डीएसपी मिश्रा ने बताया इस मामले में वह पुलिस को शिकायत करेंगी।