गंगा दशहरा पर्व के लिए घाटों पर विशेष सौंदर्यीकरण और लाइटिंग की जाए जर्जर पुल पुलियों की शीघ्र मरम्मत कराएं किसानों को संतुलित मात्रा में खाद का उपयोग करने के प्रेरित करें वर्षा जनित बीमारियों की रोकथाम और उपचार की सभी तैयारियां की जाएं
उज्जैन- जल गंगा संवर्धन अभियान की सोमवार को प्रशासनिक संकुल भवन में
आयोजित समय-सीमा बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने जनपदवार विस्तार से समीक्षा कर निर्देशित किया कि
जनसहयोग से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के चिन्हित तालाबों, चेकडैम, बावड़ियों से गाद और कचरा
निष्कासन, मरम्मत एवं सौंदर्यीकरण की गतिविधियां निरन्तर जारी रहें।
विभिन्न सामाजिक संगठनों की भी इन गतिविधियों में सक्रीय सहभागिता की जाए। आयोजनों के
दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित करें।
कलेक्टर श्री सिंह ने गंगा दशहरा पर्व के अवसर पर 15 पर 16 जून को आयोजित शिप्रा तीर्थ परिक्रमा
की तैयारियों की समीक्षा की। बताया गया कि शिप्रा तीर्थ परिक्रमा में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ
मोहन यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री डॉ यादव द्वारा चुनरी अर्पण के साथ उज्जैन
को विभिन्न विकास कार्यों की सौगात भी दी जाएगी।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि गंगा दशहरा पर्व के लिए घाटों पर विशेष सौंदर्यीकरण और आकर्षक
लाइटिंग लगाई जाए। शिप्रा तीर्थ परिक्रमा मार्ग के पड़ाव स्थलों पर वॉटर प्रूफ टेंट , पेयजल , चिकित्सा
सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। कल शिप्रा तीर्थ परिक्रमा मार्ग का भ्रमण कर
व्यवस्थाओं का अवलोकन किया जाएगा।
बाढ़ आपदा प्रबंधन की समीक्षा पर कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिए कि सड़क निर्माण संबंधी सभी
विभाग जर्जर पुल पुलियों की शीघ्र मरम्मत कराएं। ऐसे सभी पुलों को जल प्रवाह के दौरान कोई पार न
करें। इस संबंध में सावधानी के दृष्टिगत संकेतक लगाएं जाएं। इसी प्रकार ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में
चिन्हित जर्जर भवनों को डिस्मेंटल करने की कार्यवाही शीघ्र कराएं।
उन्होंने नाले नालियों के सफाई कार्य की जनपद और निकायवार समीक्षा कर शेष बचे नालों की सफाई
भी शीघ्र कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नालों पर से अतिक्रमण भी तत्काल हटाएं जाए। उन्होंने
घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री सिंह ने उपार्जन की समीक्षा कर शेष बचे किसानों का भुगतान शीघ्र करने के निर्देश
उपार्जन संबंधी अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि खरीफ के लिए खाद, बीज ,कीटनाशक दवाइयों का
पर्याप्त भंडारण किया जाए। समितियों से खाद का सुचारू रूप वितरण कराएं। खाद के संतुलित उपयोग के
लिए किसानों को प्रेरित करें।