जल गंगा संवर्धन अभियान और पौधरोपण में सभी की सक्रिय सहभागिता की जाएं : कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह राजस्व प्रकरणों के निराकरण में कोताही न बरते
उज्जैन- जल गंगा संवर्धन अभियान और पौधरोपण राज्य शासन का महत्वपूर्ण
अभियान हैं। अभियान में समस्त शासकीय विभागों, संस्थाओं के साथ सभी की सक्रिय सहभागिता
सुनिश्चित की जाएं। यह निर्देश कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने शनिवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित
समसामयिक विषयों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अधिकारियों को दिए।
बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने जल गंगा संवर्धन अभियान और पौधरोपण की विस्तृत समीक्षा की।
अभियान के क्रियान्वयन के संबंध में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री मृणाल मीना ने
जानकारी देते हुए बताया कि जल गंगा संवर्धन अभियान के दौरान जिले के 226 तालाबों में जीर्णोद्धार,
गहरीकरण और मरम्मत का कार्य किया जाएगा, जिनमें से पिछले 3 दिनों में 183 तालाबों का गहरीकरण
कार्य किया गया है। जबकि 48 तालाबों के कैचमेंट क्षेत्र में अवरोध और अतिक्रमण हटाने का कार्य भी
सम्पन्न किया गया है।
इसी के साथ जिले के 376 चेक डेम और स्टॉप डेम में जीर्णोद्धार, गहरीकरण और मरम्मत की
जायेगी, जिनमें से पिछले दिनों में 178 चेक डेम और स्टॉप डेम में अतिक्रमण हटाने का काम किया गया
है। साथ ही 245 चेक डेम और स्टॉप डेम में गहरीकरण का कार्य किया गया है। बाविडयों और सार्वजनिक
उपयोग के जल स्रोतों में कचरा निष्कासन और साफ सफाई का अभियान जन सहयोग से सतत जारी है।
बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने साइबर तहसील के प्रकरणों की भी तहसीलदार समीक्षा की। उन्होंने
निर्देशित किया कि लंबित प्रकरणों में तत्काल पटवारी रिपोर्ट लेकर प्रकरणों का निराकरण किया जाएं। 10
दिवस से अधिक के कोई भी प्रकरण लंबित न रहें। इसी प्रकार 6 माह से अधिक के लंबित प्रकरणों का
निराकरण सुनिश्चित कराएं। स्वामित्व योजना में भी ग्राउंड ट्रूथींग शीघ्र पूर्ण कराएं।