जल गंगा संवर्धन अभियान में तालाबों और कुओं का जीर्णोद्धार
उज्जैन जिले में "जल गंगा संवर्धन अभियान" आगामी 16 जून तक चलाया जाएगा। इसके तहत जिले के तालाबों, चेक - डेम, स्टाप-डेम, बावड़ियों व सार्वजनिक उपयोगी कूपों के गहरीकरण और मरम्मत के लिए आवश्यक गतिविधियां जनसहयोग के माध्यम से की जा रही हैं।
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के निर्देशन में गत 5 जून से जिले में अभियान के तहत गतिविधियां प्रारंभ हो गई हैं। अभियान के दौरान जिले के 226 तालाबों में जीर्णोद्धार, गहरीकरण और मरम्मत का कार्य किया जाएगा, जिनमें से 106 तालाबों का गहरीकरण कार्य प्रारंभ हो चुका है, जबकि 14 तालाबों के कैचमेंट क्षेत्र में अवरोध और अतिक्रमण हटाने का कार्य भी किया जा रहा है। उज्जैन जिले के 376 चेक डैम और स्टॉप डैम में जीर्णोद्धार ,गहरीकरण और मरम्मत की जायेगी। जिनमें से 71 चेक डैम और स्टॉप डैम में अतिक्रमण हटाने का काम वर्तमान में किया जा रहा है। साथ ही 86 चेक डेम और स्टॉप डेम में गहरीकरण का कार्य चल रहा है। जिले में स्थित बावड़ियों और सार्वजनिक उपयोग के कूपों में जन सहयोग से गाद और कचरा निकालने तथा साफ सफाई का भी काम अभियान के अंतर्गत सतत किया जा रहा है। जिले में 113 बावड़ियां हैं जिनमें गहरीकरण और मरम्मत का कार्य किया जाएगा। जन सहयोग से 32 बावड़ियों में गाद और कचरा साफ सफाई का काम वर्तमान में चल रहा है। जिले की 27 ग्राम पंचायतों में यह काम किया जा रहा है। वही कूप की बात की जाए तो जिले में 333 सार्वजनिक उपयोगी कूपों में जीर्णोद्धार,गहरीकरण और मरम्मत का कार्य किया जाएगा।
जिले की कुल 281 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के अंतर्गत जल संरक्षण और संवर्धन का अभियान चल रहा है। जनपद पंचायत घट्टिया, खाचरोद, महिदपुर में भी तालाबों और बावड़ियों की साफ-सफाई कर गहरीकरण का कार्य जन सहयोग से किया जा रहा है।