शहर में बाल भिक्षावृत्ति रोकने के लिए बनाया दल
शहर में भिक्षावृत्ति रोकथाम के लिए विशेष दल का गठन किया गया है। इसके अंतर्गत बाल भिक्षावृत्ति रोकथाम के लिए महाकाल मंिदर चौराहा, हरसिद्धि, तीनबत्ती चौराहा, नागझिरी, समुद्र मंथन चौराहा, चामुंडा माता चौराहा, टावर, आगर नाका, कोयला फाटक, चिंतामन जवासिया, डालडा ब्रिज/ सिग्नल, शनि मंदिर, सिद्धवट, कालभैरव, रामघाट आदि स्थलों पर होर्डिंग्स लगाए गए हैं, जिसमें बाल भिक्षावृत्ति के बदलते स्वरूप,
बालकों द्वारा तिलक लगाने (महाकाल क्षेत्र), दुर्वा या पूजन सामग्री बेचने (चिंतामन आदि जगह), गाड़ियों के कांच साफ करने व चौराहे पर सामग्री बेचने वाले से सामग्री न क्रय करने और धन राशि न देने का आग्रह करते हुए भिक्षा नहीं शिक्षा दे संबंधी अपील की जा रही है। जिला स्तरीय दल को निरीक्षण के दौरान मक्सी रोड पाइप फैक्टरी चौराहे व आरटीओ चौराहे पर बच्चों को गोद में लेकर महिलाएं गाड़ियों के कांच पोंछती पाई गई, जिन्हें इसके लिए नहीं करने की समझाइश दी गई। इसके साथ ही अभियान के दौरान चिंतामन जवासिया में 4 बच्चे माता-पिता के साथ दूर्वा बेचते
पाए गए, जिन्हें समझाइश दी गई। मंगलनाथ में 1 बालक माता के साथ पाया गया, जिन्हें समझाइश दी गई व महाकाल में 6-7 बालक तिलक लगा रहे थे, जो टीम को देखकर भाग गए। एक बालिका जो तिलक लगा रही थी, उसके पिता संतोष प्रसाद दुकान के संचालक हैं, को भी समझाइश दी गई। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास जिला उज्जैन एसए सिद्दीकी ने बताया कि जिला स्तरीय दल को वर्तमान तक कोई भी बालक भीख मांगते नहीं मिला। दल द्वारा नगर के विभिन्न डेरों में जाकर परिवारों को समझाइश दी गई।