सीएस बोले:प्रसूताओं के एएनसी पंजीयन में निजी अस्पताल मदद नहीं कर रहे तो जारी करें नोटिस
लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव विवेककुमार पोरवाल ने बुधवार को यहां स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा की। इस दौरान महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) व पंजीयन को लेकर सवाल किए व कहा कि अगर इसमें प्राइवेट अस्पताल सहयोग नहीं कर रहे हैं तो उन्हें नोटिस जारी करें।माधवनगर अस्पताल में भी एनसीडी कार्यक्रम की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई।
प्रमुख सचिव पोरवाल ने कहा कि शहरी क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं के एएनसी पंजीयन की प्रगति निर्धारित लक्ष्य अनुसार न होने के कारण शहर के निजी अस्पतालों को इस हेतु नोटिस जारी करें एवं नोटिस में उल्लेख करें कि यदि प्राइवेट अस्पतालों द्वारा एएनसी पंजीयन व अन्य रिपोर्ट निर्धारित समयावधि में पूर्ण नहीं की जाती है तो उनका लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। प्रतिमाह 9 व 25 को आयोजित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान शिविर में नियमानुसार गर्भवती महिलाओं को जांच एवं उपचार की सेवा प्रदान की जाए।
विशेषकर जिले की हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं का चिह्नांकन कर उनको शिविर में जांच एवं उपचार का लाभ दिलवाएं एवं इसकी रिपोर्टिंग भी करें। एनसीडी कार्यक्रम के तहत सिविल अस्पताल माधवनगर में प्रगति संतोषजनक नहीं पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त की।
पांच संजीवनी क्लिनिक का पेडिंग काम एक सप्ताह में पूरा कराए
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोककुमार पटेल ने बताया दिशा-निर्देश का पालन कराया जाएगा। बैठक में प्रमुख सचिव पोरवाल ने निर्देश दिए कि शहरी क्षेत्र में स्वीकृत संजीवनी क्लिनिक में से शेष 5 संजीवनी क्लिनिक का पेंडिंग कार्य निर्धारित समयावधि एक सप्ताह मे संबंधित से समन्वय कर पूरा कराया जाए। जहां चिकित्सक उपलब्ध नहीं है, वहां पर नियमानुसार प्रकिया का पालन कर चिकित्सक की उपलब्धता सुनिश्चित करें।