भौम प्रदोष पर मंगलनाथ मंदिर में लाखों की आय
जेष्ठ मास में भौम प्रदोष के संयोग में मंगलवार को श्री मंगलनाथ मंदिर और श्री अंगारेश्वर मंदिर में भातपूजा सहित अन्य ग्रह दोष निवारण की पूजन कराने के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे। विशेष संयोग पर देश-विदेश से आए भक्तों ने विभिन्न के लिए 1400 शासकीय रसीदें कटवाई है, जिनसे मंदिर समिति को 2 लाख 87 हजार की आय एक ही दिन में हुई है। इसी तरह श्री अंगारेश्वर मंदिर में भी विभिन्न रसीदों के माध्यम से 58 हजार से अधिक की आय हुई है।
श्री मंगलनाथ मंदिर में भी देश-विदेश के श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ रही है। श्रद्धालु मंगलवार और शुभ तिथि के संयोग में भातपूजा कराने आ रहे हैं। मंगलवार को प्रदोष होने से यह तिथि भातपूजा कराने के लिए विशेष मानी जाती है। यही कारण है कि मंगलवार को सुबह से ही मंदिर में दर्शनार्थियों के अलावा भातपूजा व अन्य पूजन कराने वाले भक्तों की भीड़ रही। मंदिर के प्रशासक केके पाठक ने बताया कि भौम प्रदोष होने से भात पूजा व अन्य पूजन के लिए 14 सौ शासकीय रसीदें काटी गई थी। इससे मंदिर समिति को एक ही दिन में 2 लाख 87 हजार रूपए की आय हुई है। मंदिर प्रशासन ने आम दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए थे। वहीं मंदिर परिसर में विद्वान पंडितों के माध्यम से पूजन कार्य सम्पन्न हुआ।
श्री अंगारेश्वर मंदिर में 391 रसीदें काटी गई-
श्री मंगलनाथ मंदिर के साथ ही शिप्रा तट स्थित श्री अंगारेश्वर महादेव मंदिर में भी भौम प्रदोष पर भातपूजा कराने वालों का तांता लगा रहा। मंदिर समिति के प्रशासक गोपाल शर्मा ने बताया कि सुबह से दोपहर तक 391 भक्तों ने भातपूजा कराई। मंदिर में कटने वाली शासकीय रसीद से मंदिर समिति को 58 हजार 650 रुपए की आय हुई है।
भात पूजन के लिए भौम प्रदोष विशेष तिथि-
भगवान मंगलनाथ के पूजन से भक्तों को भूमि, भवन, वाहन, पुत्र व धन धान्य की प्राप्ति होने की मान्यता है। वहीं शादी व्याह जैसे मांगलिक कार्यों में आ रही बाधा के निवारण के लिए श्री मंगलनाथ मंदिर में भातपूजा करने का विधान है। वैसे तो भात पूजन के दिन सब दिन तय है, लेकिन मंगलवार को विशेष भीड़ रहती है। वहीं भात पूजन के लिए भौम प्रदोष विशेष तिथि मानी गई है।